24 नग ई-टिकट और मोबाइल के साथ दलाल पकड़ाया
गोंदिया ट्रेनों का परिचालन शुरू होते ही अवैध ई-टिकट का काला कारोबार एक बार फिर जिले में तेजी से दौड़ पड़ा है।
आईआरसीटीसी वेबसाइट के माध्यम से फर्जी आईडी बनाकर रेलवे आरक्षण ई-टिकट बनाने का फर्जीवाड़ा बड़े पैमाने पर हो रहा है।
इस गौरखधंधे से जुड़े ये दलाल टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को ट्रेनों की दूरी, उनकी वेटिंग लिस्ट, बुकिंग के आधार पर प्रति टिकट 100 से 200 रूपये तक कमीशन वसूलते है।
एैसे अवैध टिकट दलालों के खिलाफ रेलवे सुरक्षा बल ने शिंकजा कंसना शुरू कर दिया है।
21 फरवरी को गोपनीय सूचना मिलने पर द.पू.मं. रेलवे नागपुर के मंडल सुरक्षा आयुक्त पंकज चुग, सहायक सुरक्षा आयुक्त एस.डी. देशपांडे के मार्गदर्शन में अपराध गुप्तचर शाखा रेसुब / गोंदिया के निरीक्षक के नेतृत्व में सहा. उपनिरीक्षक एस.एस. ढोके, प्रधान आरक्षक कटरे, आरक्षक ए.बी. मेश्राम की टीम ने कार्रवाई करते हुए ई-टिकट के अवैध कारोबार में जुटे गोंदिया के पुनाटोली निवासी 21 वर्षीय आरोपी समीर को धरदबोचा।
आरोपी यह आईआरसीटीसी का अधिकृत एजेंट नहीं है बावजूद इसके मुनाफा कमाने की लालच में स्वंय के नाम की अलग-अलग 4 पर्सनल फर्जी आईडी बनाकर रेलवे आरक्षित ई-टिकट बनाने का व्यवसाय कर रहा था। इसके लिए वह यात्री से किराया राशि के अतिरिक्त 50 से 100 रूपये कमीशन प्रति टिकट वसूल करता था। आरोपी के द्वारा बनायी गई 24 नग ई टिकट (6430 रू) तथा एक विवो कम्पनी का मोबाइल (कीमत 10 हजार) सहित कुल 16430 रूपये का माल हस्तगत करते हुए गवाहों के समक्ष जब्ती पंचनामा तैयार करते हुए आरोपी के विरूद्ध अ.क्र. 147/21 की धारा 143 रेल्वे अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
-रवि आर्य