
गोंदिया। जल्दबाजी में चलती ट्रेन पकड़ने की कोशिश अकसर हादसे में बदल जाती है। ऐसे ही हादसों को रोकने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, नागपुर मंडल की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा ‘ऑपरेशन जीवन रक्षा’ अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान के तहत प्लेटफार्म पर तैनात जवान अलर्ट मोड में रहते हैं -एक ही लक्ष्य के साथ, हादसा होने से पहले जान बचाना। शुक्रवार 12 दिसंबर को गोंदिया रेलवे स्टेशन पर इसी अभियान ने एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया। प्लेटफार्म नंबर 3 पर खड़ी गीताजंली एक्सप्रेस (गाड़ी क्र. 12860) शुक्रवार सुबह 9.04 बजे धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही थी तभी जनरल कोच में चढ़ने की कोशिश कर रहे एक बुजुर्ग यात्री का पांव फिसला और वह चलती ट्रेन व प्लेटफार्म के बीच बुरी तरह घिसटने लगा।
पल भर में माहौल सन्न , ट्रेन के नीचे आने का खतरा सिर पर था। उसी क्षण ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ आरक्षक अमित कुमार ने त्वरित सूझबूझ और अदम्य साहस दिखाया। बिना एक पल गंवाए वे दौड़े, यात्री को पकड़ा और पूरी ताकत से खींचकर सुरक्षित बाहर निकाल लिया कुछ सेकेंड्स की देरी और नतीजा भयावह हो सकता था।
सेकंड्स का फासला ,फुर्ती से टली अनहोनी , बचाई जान
बताया गया कि घायल होने से बचा बुजुर्ग यात्री तपेसर मियां (उम्र 54 निवासी हावड़ा ) है , जो अपनी पत्नी के साथ हावड़ा से कल्याण की यात्रा पर था।
सुबह 9.01 बजे ट्रेन के गोंदिया पहुंचते ही वह पानी लेने नीचे उतरा, इसी बीच ट्रेन चल पड़ी। जल्दबाजी में चढ़ने के प्रयास में संतुलन बिगड़ा और वह प्लेटफार्म व ट्रेन के बीच घसीटता चला गया तभी आरपीएफ जवान अमित कुमार देवदूत बनकर पहुंचे। यह पूरा घटनाक्रम स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया। घटना के बाद यात्री ने स्वयं को सुरक्षित बताया और आरपीएफ जवान के प्रति आभार व्यक्त किया। रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास ना करें यह जानलेवा हो सकता है।
रवि आर्य









