गोंदिया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का आज 12 मई सोमवार को गोंदिया के बिरसी एयरपोर्ट पर आगमन हुआ इस दौरान गोंदिया के विधायक विनोद अग्रवाल ने विमानतल पर पहुंचकर उनसे औपचारिक बातचीत करते हुए उन्हें एक ज्ञापन सौंपा दिए प्रतिवेदन में कहा गया है कि- अंतरराज्जीय सीमा पर स्थित राजेगांव की बाघ नदी , महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों का हिस्सा है।
महाराष्ट्र सरकार ने पेयजल की किल्लत को दूर करने तथा खेत जमीन को सिंचाई के लिए भरपूर पानी उपलब्ध हो इस उद्देश्य से नदी के पानी को रोकने के लिए बाघ नदी पर बैलून बैरेज का निर्माण करने को हरी झंडी देते हुए इसके लिए 109 करोड़ रुपए की निधि जल संपदा विभाग को उपलब्ध करायी है ।
बैलून बैरेज परियोजना का खर्च महाराष्ट्र सरकार वहन करेगी लेकिन बांध निर्माण में मध्य प्रदेश राज्य के नदी पात्र की जमीन का भी उपयोग किया जाएगा लिहाज़ा इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार की अनुमति भी जरूरी है इस परियोजना के ” एकल बुनियादी ढांचे ” को लेकर आपके अधिनस्थ मध्य प्रदेश राज्य के सिंचन विभाग अधिकारियों को इस परियोजना पर सकारात्मक भूमिका निर्माण कर जल्द से जल्द मंजूर कार्य को आदेशित करें ऐसा अनुरोध औपचारिक बातचीत के दौरान विधायक विनोद अग्रवाल ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से किया।
जवाब में भाजपाई मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी सकारात्मक निर्णय लेने पर सहमति जताई।
विधायक विनोद अग्रवाल ने कहा- बलून बैराज यह अमेरिका और चीन के तकनीक पर आधारित है और भारत में बैलून बांध की निर्मित सबसे पहले जलगांव के ” गिरना नदी ” पर प्रायोजक तौर पर हुई है।
विदर्भ के गोंदिया जिले में पहली बार ” बलून बैरेज ” का हो रहा निर्माण
गोंदिया तहसील के रजेगांव स्तिथ बाघ नदी पर रजेगांव- काटी उपसा सिंचन योजना को जीवनदान देने हेतु बैलून बैराज निर्मित होने जा रहा है , विधायक विनोद अग्रवाल ने आगे कहा कि- 25 से 40 फीट तक रेती होने पर नीचे सीमेंट कंक्रीट किया जाएगा जिस पर यह ” बैलून बंधारा ” खड़ा रहेगा।
विदर्भ के गोंदिया जिले में इसका निर्माण पहली बार किया जा रहा है , बंधारा हवा के दबाव से स्वचालित होगा तथा बैलून सेंसर तकनीक से काम करेगा , यह बुलेट प्रूफ होकर बेड लेवल पर 3 मीटर पानी को संग्रहित करेगा।
पानी के ठहराव से करीब 10 हज़ार एकड़ कृषि भूमि सिंचित होगी तथा जल्द इस कार्य की शुरुआत को विदर्भ पाटबंधारे विभाग के अधिकारियों द्वारा उचित दिशा निर्देश पश्चात आगे बढ़ाया जाएगा।
वैन गंगा नदी पर भी बन रहा है ” डांगोर्ली बैरेज “
बता दें कि विधायक विनोद अग्रवाल के अनुशंसा पर गोंदिया- बालाघाट की अंतरराज्जीय सीमा निर्धारित करने वाली वैनगंगा नदी पर ” डंगोर्ली बैरेज ” का निर्माण किया जा रहा है ।
395 करोड़ लागत की महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरुआती चरण में है।
वैनगंगा नदी पर पानी का ठहराव कर जहां ग्रामीण क्षेत्र और गोंदिया शहर को 24 घंटे शुद्ध पेयजल मिलेगा वहीं तकरीबन 5861 हेक्टर क्षेत्र सिंचन से लाभान्वित होगा आने वाले वर्षों में गोंदिया तहसील पानी के संकट से दूर हो रहेगा और खेत खलिहान हरे भरे होंगे , क्षेत्र के किसान वर्ष में 2 से 3 फसल ले सकेंगे।
रवि आर्य