पहली कार्रवाई में लिपिक पकड़ाया, दूसरी कार्रवाई में महिला पटवारी और उसका गुर्गा गिरफ्तार
गोंदिया: सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार की कमर तोड़ने के लिए एसीबी एक्शन मोड में है तथा उसने एक ही दिन में दो कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। मंगलवार 15 फरवरी को देर रात तक चली कार्रवाई के बाद घूसखोरी के जुर्म में एक लिपिक सहित महिला पटवारी और उसके गुर्गे को गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल वाक्या कुछ यूं है कि, देवरी निवासी 41 वर्षीय शिकायतकर्ता ने वेतन व भविष्य निर्वाह निधि पथक गोंदिया कार्यालय अंतर्गत आने वाले हरिदास भवरजार हाईस्कूल गणखैरा में कनिष्ठ लिपिक पद पर कार्यरित गैरअर्जदार सुमेद (42) से भेंट करते हुए राष्ट्रीय निवृत्ती वेतन योजना (एनपीएस) का नये रूप से खाता खोलने हेतु आवेदन किया था जिसपर गैरअर्जदार ने खाता शुरू करने के लिए शिकायतकर्ता से 3000 हजार रूपये रिश्वत की मांग की।
शिकायतकर्ता यह रिश्वत की रकम देने का इच्छुक नहीं था लिहाजा उसने एसबी दफ्तर में शिकायत दर्ज करायी।
एसीबी विभाग अधिकारियों ने जांच पश्चात 15 फरवरी को जाल बिछाकर शिकायतकर्ता से मोलभाव पश्चात 2 हजार रूपये की रिश्वत स्वीकार करते हुए आरोपी कनिष्ठ लिपिक सुमेद इसे पंच गवाहों के समक्ष गिरफ्तार कर लिया।
उसी प्रकार दुसरी कार्रवाई में तिरोड़ा तहसील अंतर्गत ग्राम धादरी साझा की महिला पटवारी तथा निजी व्यक्ति अमोल को 1350 रूपये की रिश्वत के जुर्म मेंं पकड़ा गया।
तहसील के ग्राम सरांडी निवासी 43 वर्षीय शिकायतकर्ता ने अपने पिता के नाम पर दर्ज ग्राम उमरी (त. तिरोड़ा) स्थित खेती के 7/12 पर क्षेत्रफल दुरूस्ती करने हेतु आवेदन किया था जिसपर महिला पटवारी ने रिश्वत की मांग कर दी।
इसी सिलसिले में 15 फरवरी को जाल बिछाकर एसीबी विभाग अधिकारियों ने महिला पटवारी व उसके निजी व्यक्ति को 1350 रूपये की रिश्वत शिकायतकर्ता से स्वीकार करते गिरफ्तार किया।
इस संदर्भ में तीनों घूसखोरों के खिलाफ संबंधित थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक राकेश ओला, अपर पुलिस अधीक्षक मधुकर गीते (एसीबी नागपुर) के मार्गदर्शन में गोंदिया एसीबी के पुलिस उपअधीक्षक पुरूषोत्म अहेरकर, पुलिस निरीक्षक अतुल तवाडे, सहायक उपनि. विजय खोब्रागड़े, नापोसि राजेंद्र बिसेन, संतोष शेंडे, राजेश शेंद्रे, मंगेश काहालकर, अशोक कापसे, दीपक बतबर्वे, मनापोसि रोहिणी डांगे, संगीता पटले आदि ने की।
-रवि आर्य