नागपुर: रविवार को कस्तूरचंद पार्क मैदान में आयोजित बीजेपी की आम सभा में चार युवकों ने पृथक विदर्भ के नारे लगाए थे। नागपुर के सांसद केंद्रीय नितिन गड़करी के भाषण की शुरुवात में ही नारेबाजी और पत्रक फ़ेंके गए थे। युवकों की इस हरकत से झल्लाए गड़करी ने युवकों को कांग्रेसी कार्यकर्त्ता बताया। उन्होंने अपने भाषण के शुरुवात में यह भी कहाँ कि ऐसे कितनों को उन्होंने देखा है। इससे पहले भी इन्ही कार्यकर्ताओं ने सुरेश भट्ट सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में विदर्भ राज्य के समर्थन में नारे लगाते हुए गड़करी को 2014 के समय लिखित में दिए गए विदर्भ राज्य देने के आश्वाशन की याद दिलाते हुए राज्य निर्माण का ज़वाब माँगा था। इस पर गड़करी ने तब उन्हें उच्चके कहाँ था। रविवार को हुई सभा में प्रदर्शन करने वाले चारों युवक विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के कार्यकर्त्ता है।
मुकेश मासुरकर,समिति के नागपुर अध्यक्ष है जबकि अभ्युदय कोसे,सौरभ गभने और राजीव कुमार म्हैसबगड़े समिति की युवा ईकाई युवा टाईगर फ़ोर्स के कार्यकर्त्ता है। ख़ुद पर गड़करी द्वारा की गई टिपण्णी पर मुकेश का कहना हैं कि उनका कांग्रेस से कोई लेना देना नहीं वह और प्रदर्शन में शामिल युवक विदर्भ राज्य आंदोलन समिति से जुड़े है। पिछले प्रदर्शन के दौरान उनकी गिरफ़्तारी के बाद पुलिस को उन्होंने इस बात की जानकारी दी थी। ख़ुद गड़करी को इस बात की जानकारी होगी लेकिन वह जनता के बीच हमें लेकर भ्रम फैला रहे है। हम उनकी टिपण्णी का खंडन करते है। वे हमें उचक्का कह रहे है जबकि इसी माँग पर गड़करी ने लिखित में बीजेपी की सरकार बनने की स्थिति में उसकी पूर्तता करने का आश्वाशन दिया था। आज साढ़े चार साल हो गए उन्होंने वादा पूरा नहीं किया। विपक्ष में रहते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद विदर्भ राज्य के लिए आंदोलन किया था। तो क्या गड़करी और फडणवीस भी उचक्के थे जो विदर्भ के लिए किया। मुकेश के मुताबिक पांच राज्यों में हालही में मिली हार के बाद गड़करी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। सरकार कहती है कि हम विदर्भ का विकास कर रहे है लेकिन सिर्फ नागपुर में सीमेंट की सड़के बना देने से विदर्भ का विकास हो रहा है ऐसा गड़करी को लगता है।
जिस समय सभा में यह प्रदर्शन हुआ उस समय मंच पर देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह,केंद्रीय मंत्री गड़करी के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ अन्य नेता उपस्थित थे। 19 और 20 जनवरी को नागपुर में पार्टी अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया था। जिसका समापन विजय संकल्प सभा के साथ हुआ।
गड़करी-फडणवीस ने की विदर्भ की जनता के साथ गद्दारी -राम नेवले
गड़करी द्वारा सभा में की गई टिपण्णी पर विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के संयोजक राम नेवले कहते है कि चारों युवक विदर्भवादी कार्यकर्त्ता थे। उनकी जमानत समिति द्वारा ही कराई गई है। ये कार्यकर्त्ता सिर्फ बीजेपी और नितिन गड़करी को उनका किया वादा याद दिला रहे है। खुद फडणवीस ने विपक्ष में रहते हुए विदर्भ राज्य निर्माण के लिए अमगांव से खामगांव यात्रा निकाली थी। गड़करी-फडणवीस ने विदर्भ की जनता से जो वादा किया उस पर विश्वाश जताते हुए विदर्भ की जनता ने भरोषा कर विदर्भ की जनता ने 44 सीटों पर पार्टी को विजय दिलाई। अब साढ़े चार साल हो गए है इन नेताओं को इसका किया वादा याद दिलाने पर ये विदर्भवादियों को उचक्का कहते है। ये हरकर विदर्भ की जनता के साथ गद्दारी है। जिन कार्यकर्ताओं ने रविवार को प्रदर्शन किया वो विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के कार्यकर्त्ता है और उन पर हमें गर्व है।
बीजेपी के हर कार्यक्रम में करेंगे प्रदर्शन – विदर्भ राज्य आंदोलन समिति
मुकेश मासुरकर के मुताबिक गड़करी द्वारा उन्हें उचक्का कहने को वो सम्मान के रूप में लेते है। रविवार को जो प्रदर्शन हुआ वह महज एक बानगी थी। अब पार्टी या इन नेताओं के हर सार्वजनिक कार्यक्रम में हम इसी तरह प्रदर्शन कर जवाब माँगेगे,उन्हें उनका वादा याद दिलायेगे।
