Published On : Mon, Dec 15th, 2014

वर्धा : वन रक्षक 13 हजार लेते रंगेहाथों गिरफ्तार

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  • माँगी थी कार्यवाही नहीं करने के एवज में 15 हजार
  • एसीबी वर्धा की टीम ने जाल बिछा कर दबोचा
  • आष्टी थाने में मामला दर्ज

Ganesh Raut Bribe
वर्धा। एक शॉ मिल मालिक को बाभली लकड़ों की कटाई मामले की कार्रवाई से बचने के लिए वन रक्षक द्वारा 15 हजार की रिश्वत माँगी गई. मिल मालिक की शिकायत पर एसीबी ने जाल बिछा कर उसे रंगेहाथों दबोच लिया. आष्टी पुलिस ने वन रक्षक पर भ्रप्रअ के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, फरियादी का वर्धा जिले के मौजा आष्टी (श) में शॉ मिल है. उसमें कटाई की जाने वाले बाभली लकड़े पर आपत्ति जताये जाने के बाद कार्यवाही से बचने के लिए वर्धा जिले के वनपरिक्षेत्राधिकारी कार्यालय के वन रक्षक गणेश राऊत (45) ने फरियादी से 15 हजार रुपये की रिश्वत माँगी. 13 हजार में सौदा तय कर रिश्वत की रकम 14 दिसम्बर को देने की बात कह उसकी शिकायत वर्धा की एसीबी में कर दी. शिकायत के बाद एसीबी के अधिकारियों ने फरियादी को चिह्नित रुपए देकर 14 दिसम्बर को उक्त वनपरिक्षेत्राधिकारी कार्यालय में वन रक्षक गणेश पंडित राऊत के पास भेजा. जैसे ही उक्त वन रक्षक ने फरियादी से 13 हजार रुपये स्वीकार किए वैसे ही जाल बिछा रखे एसीबी वर्धा की टीम ने वनरक्षक को रंगेहाथों दबोच लिया. इस कार्यवाही के बाद से कार्यालय परिसर में हड़कम्प मचा हुआ है.

वन रक्षक गणेश राऊत के खिलाफ आष्टी (शहीद) पुलिस थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक अधिनियम 1988 की धारा 7, 13 (1) (ड) व 13 (2) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

उक्त कार्यवाही में पुलिस उपअधीक्षक अनिल लोखंडे, पुलिस निरीक्षक सारीन दुर्गे के साथ पूरी टीम ने की. इस कार्यवाही के बाद एसीबी नागपुर परिक्षेत्र के पुलिस उपायुक्त / पुलिस अधीक्षक प्रकाश जाधव की ओर से नागरिकों से आह्वान किया गया कि जिस किसी सरकारी अधिकारी अथवा कर्मचारी द्वारा या उनके अधीनस्थ कर्मचारियों के मार्फत रिश्वत की माँग की जाती है तो वे सीधे एसीबी के टोल फ्री नम्बर 1064 पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.