Published On : Sat, Jul 20th, 2019

ऊपरी माले पर हाईटेंशन बिजली तार के स्पर्श से 5 घायल

Advertisement

नागपुर: घर के ऊपरी माले पर अलमारी चढ़ाते समय हाईटेंशन बिजली तार से टकराने से 5 लोग घायल हो गए। 3 की हालत गंभीर है। भानखेड़ा में यह हादसा हुआ। घायलों का उपचार निजी व मेयो अस्पताल में चल रहा है। घायलों में हुसैन शब्बीर (47), अनीस अनवर (22), सलीम अनवर (33), नसीम उमर (42) व शुभम शामिल हैं। भानखेड़ा स्थित आंबेडकर पुतले के पास हुसैन टेलर के मकान में यह हादसा हुआ। मकान के पास से ही हाईटेंशन बिजली लाइन गुजर रही है। रात करीब 8.30 बजे बारिश के दौरान यह हादसा हुआ। मकान के दूसरे माले पर स्थित कमरे में लोहे की अलमारी चढ़ाई जा रही थी। 11 केवी क्षमता के हाईटेंशन लाइन से टकराने से यह हादसा हुआ।

नोटिस का पालन नहीं किया गया
भारी आवाज सुनकर परिसर के लोग घबरा उठे। लोगों ने पुलिस व बिजली विभाग को जानकारी दी। घायलों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया। गौरतलब है कि हाईटेंशन बिजली तार के करीब के घरों में इस तरह की घटनाएं होती रही हैं। कई स्थानों पर अतिक्रमण व नियमबाह्य निर्माण कार्य भी किया गया है। बचाव की उपाययोजना के लिए हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ ने कमेटी नियुक्ति की है। कमेटी ने शहर में 6000 स्थानों को हाईटेंशन लाइन के पास खतरे में बताया है। इन स्थानों में हुसैन टेलर का मकान भी शामिल है। बताया जाता है कि मकान मालिक ने नियम की परवाह नहीं करते हुए बालकनी बनवाई। एसएनडीएल ने इस संबंध में नवंबर 2017 में नोटिस भेजा था, लेकिन नियमों का पालन नहीं किया गया।

मरीज और पुलिस कर्मचारी में हाथापाई
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शुक्रवार को एक मरीज और पुलिस कर्मचारी के बीच हाथापाई हो गई। इससे कुछ समय के लिए तनाव का माहौल बना रहा। बाद में मामला अजनी थाने पहुंचा था। दोनों पक्षों के बीच समझौता करवा कर मामला रफा-दफा कर दिया गया। दोपहर में एक परिवार मरीज को लेकर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आया। मरीज की दिमागी हालत कमजोर बताई जा रही है।

चिकित्सक जब उसके स्वास्थ्य की जांच कर रहा था, तभी किसी बात को लेकर मरीज चिकित्सक पर भड़क गया। अभद्रता से चिकित्सक से बात करने लगा। वहीं पर मुख्यालय का एक पुलिस कर्मचारी तैनात था। उससे भी मरीज उलझ गया। उससे भी अभद्रता से बात की गई। तीखी नोक-झोंक के बाद हाथापाई पर मामला पहुंच गया। इस बीच अजनी थाने में इसकी सूचना दी गई। मरीज और उसके परिजनों को थाने लाया गया। थाने में आने के बाद मामले को लेकर दोनों पक्षों में सुलह हो गई। मरीज होने से पुलिसकर्मी ने भी शिकायत दर्ज कराने में कोई रुचि नहीं दिखाई, जिससे किसी के खिलाफ प्रकरण दर्ज नहीं किया गया।