अकोला। अकोला महापालिका की और से विभिन्न प्रभागों में बनाए गए सार्वजनिक शौचालयों की हालत इस कदर खराब है कि वहां शौच के लिए जाना मौत को दावत देने का सबब बन रहा है. इसी अवस्था ने बुधवार को 13 वर्षीय करण को असामाईक मौत के मुंह में धकेल दिया है. लोकमान्य नगर के सार्वजनिक शौचालय हेतु बनी टंकी में गिरने से करन शहाणे की मौत हो गई है. पुराना शहर पुलिस ने इस संदर्भ में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिवसेना वसाहत समीप के गुरूदेव नगर में टापरे का मकान है. उस मकान में सतिष शहाणे का परिवार किराए से रहता है. इस परिवार में जुडवा भाई करण-अर्जुन भी रहते हैं. आज दोपहर ३ बजे करण सतीष शहाणे शौच के लिए मनपा के बनाए सार्वजनिक शौचालय में गया. लेकिन उसके देर शामतक वापस न लौटने पर जब परिजनों ने खोज की तो वह औंधे मुह शौचालय की खुली हुई गंदी टंकी में उतराता नजर आया. घटना की जानकारी फैलते ही प्रभाग क्र. 27 के लोकमान्य नगर निवासी नागरिकों की शौचालय समीप भीड लग गई. स्थानीय नागरिकों की सहायतासे गंदी टंकी से करण को निकाला गया. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. इस संदर्भ में पुलिस का अनुमान है कि शौचालय जाने निकले करण का पैर फिसलने के कारण संभवत: वह खुली टंकी में जा गिरा होता.
ज्ञात हो कि जिस स्थानपर सार्वजनिक शौचालय बना हुआ है वहां कई शौचालय बने हुए हैं. जिनके टैंक सामने बनाए गए हैं. जिन पर कोई ढक्कन नहीं है. उस पर पूर्व में डाला गया स्लैब टूटने के बाद उसपर पत्थर की फरशी रखी गई थी. यह गड्ढे खुले होने कारण जहां गड्डों में भरी गंदगी से पूरा परिसर दुर्गंध से भरा रहता है. वहीं स्थानीय निवासियों को शौच के लिए दिक्कतों का सामना करना पडता है.