सीसीआई से और दो केंद्रों की मांग!
काटोल: कटोल तथा नरखेड़ तहसील के कपास उत्पादक किसानों के पास बड़ी तादात में कपास बेचा जाना बाकी है। खरीफ का मौसम नजदीक आने के साथ ही जल्द से जल्द कपास बेचने भी जरूरी है। कपास खरीद की वर्तमान गति बेहद धीमी है। काटोल के एनसीपी नेता और जिला परिषद सदस्य सलिल देशमुख ने सीसीआई और मार्केटिंग फेडरेशन से नरखेड तहसील में दो नये केंद्र शुरू करने की मांग की है।
वर्तमान में, काटोल में विपणन संघ के माध्यम से और सीसीआई के माध्यम से नरखेड में कपास की खरीद की जा रही है। लेकिन चल रही कपास खरेदी की गती बेहद धीमी है। वर्तमान में, कपास की खरीद के लिए दोनों तालुकों के लगभग 7,000 किसानों को पंजीकृत किया गया है। यदि कपास की खरीद की गति इसी नामें गति से जारी रही, तो अधिकांश किसान अपना कपास बेंच ही नही पायेगा। वर्तमान में, इन दोनों केंद्रों पर केवल 20से 25 वाहनों से कपास खरेदी जा रही हैं। इस लिये स्थानिय किसानों ने अपने जनप्रतिनीधी सलिल देशमुख से मिल कर अपनी समस्या बताई किसानों के इस महत्वपूर्ण समस्या को लेकर जि प सदस्य सलील देशमुख ने सीसीआई और मार्केटिंग फेडरेशन के अधिकारीयों से मिल कर किसानों की कपास की अधिक से अधिक कपास की गाडीया खरिदने की संख्या बढ़ाने के लिए पत्राचार किया है।
साथ ही उन्होंने क्षेत्र के विधायक और राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख को किसानों के कपास खरिद के समस्या बताई गयी. किसानों के समस्या का गृह मंत्री अनिल देशमुख संज्ञान में लाया। इसके बाद, गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सीसीआई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तथा राज्य के विपणन मंत्री बालासाहेब पाटिल को एक पत्र लिखा है। इस क्षेत्र के विधायक अनिल देशमुख ने जलखेड़ा और घोघरा में नए केंद्र स्थापित करने की भी मांग की है।
इस बीच, सलिल देशमुख ने कपास खरेदी केंद्र का का दौरा किया तथा निरीक्षण किया। कपास उत्पादक किसान जो वर्तमान में काफी तनाव में हैं, अगर उनके कपास की खरीद नहीं की जाती है तो किसान के सामने बडा संकट आ सकता है. जिससे कपास उत्पादक किसानों को तो खरीफ मौसम में बुवाई करना मुश्किल हो सकता है।
यह जानकारी सलिल देशमुख ने दी तथा बताया की खरीदारी के लिये केंद्र शुरू करने के लिये प्रयासरत है। इस अवसर पर काटोल कृषि उत्पन्न बाजार समिती के सभापती तारकेश्वर शेलके, जिनिंग अध्यक्ष नितीन डेहणकर, जि प सदस्य समीर उमप, पूर्व उपसभापती अनूप खराडे, रा का गणेश चंन्ने, पं स सदस्य संजय डांगोरे, बाजार समिती संचालक अजय लाडसे , कपास उत्पादक किसान प्रविण गोडबोले तथा अनेक किसान उपस्थित थे!