Published On : Thu, Jul 25th, 2019

बरसात के पानी को लेकर किसानों का संघर्ष कारगर

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गोंदियाः बिरसी एयरपोर्ट अथॉरिटी ने अपनी गलती स्वीकारी, बंद जलस्त्रोतों के द्वार खुलेंगे

गोंदिया: भारतीय विमान प्राधिकरण विभाग द्वारा वर्ष 2009 से बिर्सी हवाईअड्डे से नेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीटयूट द्वारा प्रशिक्षु पायलटों को विमान उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा अब गोंदिया एयरपोर्ट के विस्तारिकरण हेतु भूमि अधिगृहित करते हुए रन-वे के दोनों ओर एप्रोच एरिया पर ऑपरेशनल बाऊंड्री वॉल का निर्माण कर डीजीसीए की आवश्यकता अनुसार बिर्सी हवाई अड्डे में परिचालन सीमा क्षेत्र के साथ परिधि सड़क के निर्माण और परिचालन क्षेत्र के ग्रेडिंग का काम जारी है लिहाजा कचुआ नाला आऊटलेट जैसे जल निकासी के साधनों को अस्थाई रूप से ऑपरेटिव सीमा की दीवार के अंदर से बंद कर दिया गया।

पानी का प्राकृतिक प्रवाह रूकने से किसानों के सूख रहे थे खेत

मई 2019 के बाद इसका नतीजा यह रहा है कि, बारिश के मौसम में बिर्सी एयरपोर्ट से गिरने वाला पानी जो भूमिगत पाइप लाइन द्वारा छोटी सी नहर में जाया करता था, उसमें अवरोध पैदा होने से वह थम गया, जिससे एयरपोर्ट दीवार के आस पास लगी लगभग 300 एकड़ भूमि को सिंचाई हेतु पानी नहीं मिल पा रहा था, जिसपर एड. गिरीश बापट ने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी को ट्विट कर जानकारी दी।

साथ ही पीएमओ ऑफिस, एयरपोर्ट अथॉरिटी और क्षेत्र के सांसद सुनिल मेंढे इन्हें 19 जुलाई 2019 को पत्र लिखकर तथा गूगल मैप भेजकर जानकारी उपलब्ध करायी कि, लगभग 70 एकड़ जमीन पर हमारा परिवार दशकों से खेती किसानी कर रहा है। हवाई अड्डे के परिसर की दीवार के साथ मुरूम डालकर पानी के डिस्चार्ज पुलिया को बंद कर देने से पानी का प्राकृतिक प्रवाह रूक गया है जिससे किसानों को खेती का नुकसान हो रहा है और बिरसी एयरपोर्ट के आसपास शिरपुर व अन्य जितने भी छोटे-बड़े तालाब है उनमें भी पानी पहुंच नहीं पा रहा है। इस ज्वलंत समस्या के शीघ्र निराकरण हेतु कदम उठाएं और हवाई अड्डे के परिचालन क्षेत्र से वर्षा जल प्रवाह के अवरोध को तत्काल दूर करने हेतु सार्थक पहल करें।

पीएमओ ऑफिस और सांसद सुनिल मेंढे ने दिखाई तत्परता
किसानों की इस समस्या को पीएमओ ऑफस ने गंभीरता से लिया । साथ ही सांसद मेंढे के साथ एड. गिरीष बापट की दूरभाष पर बातचीत हुई और सांसद सुनिल मेंढे के निजी सचिव भालेराव खुद गोंदिया आए और उन्होंने बिर्सी एयरपोर्ट अथॉरिटी को समझाया, जिसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी को यह समझ में आया कि, इससे किसानों का नुकसान होगा? जिसपर उन्होंने 24 जुलाई को शिकायतकर्ता एड. गिरीश बापट को लिखित पत्र देकर सूचित किया है कि, हम जलस्त्रोतों के बंद दरवाजे खोल रहे है। आपको आश्‍वस्त करते है कि, हवाई अड्डे के परिचालन क्षेत्र से कोई मौजुदा वर्षा जल प्रवाह आऊटलेट को अवरोध या समाप्त नहीं किया जाएगा।

एड. गिरीश बापट ने पीएमओ ऑफिस तथा सांसद सुनील मेंढे द्वारा दिखायी गई तत्परता पर खुशी जाहिर करते कहा- पीएमओ ऑफिस को उन्होंने 19 जुलाई को शिकायत प्रेषित की और 24 जुलाई को समस्या का निराकरण हो गया एैसा सुखद अनुभव उन्होंने कभी पहले महसुस नहीं किया है।