उमरखेड (यवतमाल)। उमरखेड खंड क्र. 2 के खेत सर्वे नं. 264 और 265 खेत जमीन से मायनर 36 डी. की वितरिका गई है. यह मुख्य वितरिका होने से इसमें से पानी का प्रवाह बडा अधिक होता है. कैनाल के मरम्मत का काम करते समय कटिंग करने की बजाय खुदाई की गई. जिससे कैनल में 2 फिट गहरा और 1000 फुट लंबा ऐसा खुदाई का काम हुआ है. जिससे वहां पानी जमा रहता है. उसमे भी कैनाल के दोनों बाजु से खेती के लिए वाहन के बढ़ते आवागमन को देखते हुए विठ्ठलराव माधवराव गावंडे ने बारबार शाखा अभियंता बाबरे को मौखिक और लिखित शिकायत की थी.
संबंधित जगह मुरूम डालकर पिचिंग करके ये समस्या सुलझाने का आश्वाशन भी बाबरे ने संबंधीत किसानों को दिया. लेकिन इसके लिए कोई भी कार्रवाई न होने से उक्त कैनाल ओव्हरफ्लो हुआ और खेत में पानी घुसने से चना और ज्वार की फसल पानी के निचे आए है. इस कारण बड़ा किसानों का नुकसान होने की शिकायत गावंडे ने जिलाधिकारी, पालक मंत्री और तहसीलदार से की है. 50 हजार की नुकसान भरपाई सिंचाई विभाग दे और लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के वेतन से रकम कम करे ऐसी मांग गावंडे ने की है.