नागपुर: कॉटन मार्केट चौक पर लगा पेड़ गिरने के कारण सड़क से उसे हटाने की बात मनपा अधिकारी कर रहे हैं. लेकिन प्रत्यकदर्शियो की मानें तो यह साफ़ हो गया है कि पेड़ गिरा नहीं बल्कि उसे जानबूझकर काटा गया है. पेड़ काटे जाने की खबर नागपुर टुडे की ओर से बुधवार को प्रकाशित की गई थी.
कॉटन मार्केट में वर्षों से फुटपाथ पर अपनी दूकान लगाने वाले कुछ लोगों से पेड़ के बारे में जानकारी ली गई. जिसमें एक प्रत्यक्षदर्शी रतन एहरवार ने बताया कि पेड़ को पिछले गुरुवार रात 3 बजे के करीब दो लोगों ने आरी की सहायता से काटा था. इसके बाद पेड़ काटनेवाले दोनों अज्ञात युवक वहां से चले गए. रतन ने बताया कि तबीयत ठीक नहीं होने के कारण उसने उनको रोकना ठीक नहीं समझा.
इस जगह पर अपनी दूकान लगानेवाले अशफाक खान ने जानकारी देते हुए बताया कि कटे हुए पेड़ को जब महानगरपालिका की ओर से लगाया गया था तो उन्होंने उस पेड़ को रोजाना पानी डाला था. इसी पेड़ के नीचे बैठकर ही वे अपनी दूकान लगाते थे. उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर उन्हें पेड़ काटने की जानकारी होती तो वे कभी भी इस पेड़ को नहीं काटने देते.
तो वहीं इसी जगह दूकान लगानेवाले देवराव कृपाल ने बताया कि गर्मी में छांव के लिए यह पेड़ काफी मददगार था. पेड़ कट जाने के कारण परिसर के लोगों में मायूसी छायी हुई है.
रतन एहरवार, अशफाक खान, देवराव कृपाल
इस संबंध में मनपा के उद्यान अधीक्षक सुधीर माटे ने कहा कि पेड़ गिरा है काटा नहीं गया. लेकिन गुरुवार को जब प्रत्यक्षदर्शी के सामने पेड़ को काटने की जानकारी जब उनको दी गई तो उन्होंने कहा की इसकी जानकारी उन्हें नहीं है और उन्हें अपने उद्यान निरीक्षक अमोल चोरपगार से जानकारी ली. जिसके बाद चोरपगार ने बताया कि उन्हें अग्निशमन विभाग की ओर से फ़ोन पर जानकारी मिली थी की एक पेड़ सड़क पर गिरा है. जिसके कारण उसे सड़क से उठाकर रखा गया है. पेड़ काटने की जानकारी उन्हें नहीं है. घटनास्थल पर जाकर फिर से छानबीन करने की बात उन्होंने कही.