अमरावती। ईवीएम चुनाव प्रक्रिया पर जनता का विश्वास नहीं रहा है. इसीलिए लोकतंत्र को बचाने के लिए ईवीएम में पेपर ट्रायल लगाना आवश्यक है, किंतु लोस चुनावी प्रक्रिया में बगैर पेपर ट्रायल के ईवीएम मशीन का इस्तेमाल कर जनता से धोखा करने का आरोप लगाकर मंगलवार को बहुजन मुक्ती पार्टी के बैनर तले इर्विन चौक से ईवीएम की शवयात्रा निकाली गई. देश में 31 राज्यों में 550 जिले व 4000 तहसीलस्तर पर एक साथ यह शव यात्रा निकाली गई. ईवीएम का प्रतिकात्मक पुतला बनाकर पूरे शहर में घुमाकर उसे जिलाधिकारी कार्यालय ले गये.
पुलिस व कार्यकर्ता में तु-तु मै-मै
जैसे ही यात्रा कलेक्ट्रेट के समक्ष पहुंची. कुछ आंदोलनकर्ताओं ने पुतले का दहन करना चाहा, लेकिन पुलिस ने बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं से पुतला छीन लिया. इस छीना छपटी में पुलिस और कार्यकर्ताओं केबीच तु-तु मै-मै हो गई. कार्यकर्ताओं ने इस बात का जमकर विरोध कर प्रदर्शन किया. जिसके पश्चात जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया.
धोखाधड़ी का आरोप
जिला संयोजक डा.सुनील डोंगरदिवे ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोस चुनाव के दौरान जनता के साथ धोखा हुई है. लोकतंत्र को बचाने व चुनाव आयोग व्दारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं करने के चलते यह शवयात्रा निकाली गई. इस यात्रा में रवींद्र राणे, रंजना चव्हाण, ललिता तायवाडे, अंकुश राऊत, उज्वला चव्हाण, वैशाली वाघमारे, गजानन गिते, डा.रणजीत बसवनाथे, राजेश बसवनाथे, संतोष बनसोड, गौरव गेडाम, रंजना पाटिल, अर्चना गोसावी के साथ सैकडों कार्यकर्ता शामिल थे.