Published On : Sat, Sep 16th, 2017

ढुलमुल सत्तापक्ष व प्रशासन की वजह से मनपा भूमि पर अतिक्रमण

Advertisement


नागपुर: उत्तर नागपुर से कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक संदीप सहारे ने पांचपावली बाजार परिसर में वर्षों से अतिक्रमण हटाने में मिल रही लगातार नाकामी को लेकर शुक्रवार को हुई आमसभा में अपनी नाराजी ज़ाहिर की. उन्होने आवाज बुलंद की और खेद जताया कि प्रशासन की लापरवाही के कारण गत दिनों स्थाई समिति को इस परिसर में बहुमंजिला व्यापार संकुल के ठेकेदार को उनकी गारंटी रकम लौटाने का निर्णय लेना पड़ा. महापौर नंदा जिचकर ने भले ही इस मामले को लेकर अतिक्रमण विभाग को किरायेदार दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने का आदेश दिया हो लेकिन कार्रवाई के नाम पर ऐसा कुछ होता दिखाई नहीं देता. बल्कि इसी दौरान ठेकेदार से समझौता व करार कर उन्हें बिना ब्याज के रकम लौटा दिए जाने का संदेह सहारे ने व्यक्त किया है.

सहारे ने आमसभा में जानकारी दी थी कि मनपा को उसकी कार्यप्रणाली का उस वक़्त खामियाजा भुगतना पड़ा जब पांचपावली मार्केट की जगह खाली नहीं कराए जाने से उस व्यवसाइक संकुल का निर्माण का ठेका लेने वाले को जमा की गई गारंटी रकम लौटने की नौबत आन पड़ी है. १२ सितम्बर २०१७ को स्थाई समिति ने ४ जगह ठेकेदार को पिछले १० वर्षों में उपलब्ध न करवाने के कारण सभी ठेकेदारों को कुल ८ करोड़ रूपए बिन ब्याज व शर्तों के आधार पर लौटाने का निर्णय लिया।

सहारे ने सभागृह में जानकारी दी थी कि मनपा अपनी जमीन पर व्यवसाय करने के लिए जो जगह किराए पर दी थी, उसमें दुकानदारों से साफ करार करा कर लेती है कि जब मनपा चाहे अपनी जगह वापिस ले सकती है, जिस पर किरायेदारों का कोई अधिकार नहीं होता है. इसके बावजूद दुकानदार केवल जगह खाली नहीं कर रहे इसलिए प्रकल्प रद्द करने के अलावा ठेकेदारों की अमानत रकम लौटाने को तैयार होना निंदनीय है.


सहारे के अनुसार पांचपावली मार्केट की जमीन मनपा की है. इस जमीन पर किरायेदारों ने अपने-अपने हिसाब से अतिक्रमण कर पक्का- अर्ध पक्का निर्माणकार्य कर लिया है. सहारे की उग्रता को देखते हुए महापौर जिचकर ने उन्हें शांत करने के लिए सिर्फ दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को निर्मूलन करने की कार्रवाई का आदेश मनपा अतिक्रमण विभाग की दिया.

सहारे ने बताया कि पांचपावली शनिवार बाजार परिसर में मनपा की १६३ दुकानें हैं. ये सभी दुकानें मनपा की लीज पर हैं. मनपा ने कुल २१४४१ वर्ग फुट जगह दुकानदारों को दी थी. उन्होंने १९३५२ वर्ग फुट जगह अतिरिक्त अतिक्रमण कर अपना उद्देश्यपूर्ति कर रहे हैं. अतिक्रमण विभाग, बाजार विभाग, आशीनगर जोन के सम्बंधित अधिकारियों की दुकानदारों से मिलीभगत होने के कारण आजतक न कोई कार्रवाई की गई और न ही जगह खाली करवाकर उक्त ठेकेदार को बहुमंजिला व्यापारिक संकुल निर्माण के लिए दे पाए.

उल्लेखनीय है कि इस चक्कर में मनपा प्रशासन को करोड़ों का राजस्व का नुकसान एवं स्थानीय नागरिकों को उच्च दर्जे का बाजारपेठ उपलब्ध नहीं हो पाया।