नंगा पुतला चौक और क्लाथ मार्केट सबसे ज्यादा प्रभावित
नागपुर: शहर के सबसे बड़े और फैमस मार्केटों में से एक गांधीबाग का होलसेल क्लाथ मार्केट ने, जहां हर तरह की साड़ियां, ड्रेस मटेरियल व कपड़ों की रेंज के साथ घर की सजावट में काम आने वाले परदे, सोफासेट कवर सिंथेटिक व जूट के पर्दे, सादी व फर की कुशन, फुट मैट, कारपेट, मुड्ढे सेट, वालपेपर और बेडशीट्स के साथ ही अन्य कपड़ों से संबंधित छोटी-बड़ी चीजें थोक में मिलती हैं- आज भी पूरे विदर्भ भर में अपना दबदबा कायम रखा है, परंतु इतवारी बाजार से सटे इस 60 वर्ष पुराने बाजार की सुंदरता को आज अतिक्रमणकारी ग्रहण लगाने पर तुले हैं.
अतिक्रमण की वजह से जहां व्यापारियों और ग्राहकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, वहीं ग्राहकों को इनकी वजह से पार्किंग के लिए दो-चार होना पड़ता है. नवरात्रि से दीपावली तक त्योहारी ग्राहकी शुरू हो चुकी है. ऐसे समय में बेतरतीब पार्किंग और अस्त-व्यस्त अतिक्रमण पर प्रशासन का ध्यान नहीं होने से स्थिति बिगड़ती जा रही है.
व्यापारी महेश कुकड़ेजा बताते हैं कि नंगा पुतला से तीन नल चौक पूरा इलाका हॉकर्स से भर गया है. नंगा पुतला से भावसार चौक पुतलों और नाश्ता टपरियों से भर चुका है. इन्हीं के साथ ऑटो वालों ने बीच में ही स्टैंड बना लिया है. त्योहारों के समय भीड़ बहुत अधिक रहती है, लेकिन इस तरह से फैले अतिक्रमण, आटो स्टैंड और बेतरतीब पार्किंग की वजह से ग्राहकों को बहुत अधिक तकलीफ होती है. भीड़ बहुत बढ़ने से चेन स्नेचिंग और लूट जैसे क्राइम भी बढ़ जाते हैं. पास में ही पुलिस चौकी होने के बाद भी यहां की स्थिति बद से बदतर होते जा रही है.
व्यापारी हरीओम झाम कहते हैं कि अभी अतिक्रमणकारियों और पार्किंग की अच्छी सुविधा नहीं होने से ग्राहकों को तकलीफ तो होती है, लेकिन त्योहारों के सीजन में अतिक्रमणकारियों के कारण मंदिर जाने वाली महिलाओं और यहां से स्कूल व ट्यूशन जाने वाले बच्चों को बहुत अधिक परेशानी होती है. इस पर संबंधित प्रशासन ने ध्यान देकर उचित कार्रवाई करनी चाहिए.
व्यापारी राजू मुनियार बताते हैं कि त्योहारों में आने वाली भीड़ को देखते हुए प्रशासन को यहां पर विशेष पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिए. साथ ही अतिक्रमणकारियों का सफाया करना चाहिए. इससे यहां की बिगड़ती स्थिति पर विराम लगेगा और लोगों को तकलीफों का सामना नहीं करना पड़ेगा. पुलिस विभाग की छूट मिलने के चलते ही यहां का ऐसा हाल है.