Published On : Thu, Nov 7th, 2019

मनपा की कचरा संकलन ठेकेदार कंपनी पर ‘ईडी’ का छापा

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– लगभग २ माह पूर्व ही नागपुर महानगरपालिका के हद्द का कचरा संकलन का ठेका हासिल किया था,अभी तक पूर्ण जिम्मेदारी भी संभाल नहीं पाई

नागपुर : लगभग एक दशक से अधिक समय से नागपुर शहर का कचरा संकलन करने वाली कंपनी की समाप्ति बाद पुणे की चर्चित ‘बीवीजी’ नामक ठेकेदार कंपनी को तय समय के लिए कचरा संकलन का जिम्मा दिया गया था.इसी बीच खबर मिली की इस ठेकेदार कंपनी के पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ स्थित मुख्यालय पर ‘ईडी’ ने छापामार कारवाई की.

बीवीजी समूह के पिंपरी-चिंचवड में कार्यालय हैं। इससे पहले आज सुबह, आयकर विभाग के अधिकारियों ने अचानक बीवीजी कार्यालय पर छापा मारा। मुंबई, पुणे और दिल्ली में बीवीजी के कार्यालयों पर भी हमला किया गया है। आयकर विभाग अभी भी कार्रवाई में है और अन्य को बीवीजी कार्यालय में प्रवेश से वंचित कर दिया गया है। बीवीजी समूह पर हमलों के परिणामस्वरूप पुणे में तहलका मचा हुआ है, बीवीजी समूह विभिन्न सेवाएं प्रदान करने वाली बड़ी समूह हैं.

बीवीजी ग्रुप विभिन्न क्षेत्रों जैसे चिकित्सा देखभाल, बीज, उर्वरक और कीटनाशक उत्पादन में काम कर रहा है। कंपनी ने केंद्र सरकार, राज्य सरकार और पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम के लिए भी काम किया है। राष्ट्रपति भवन को विभिन्न स्थानों पर परिष्कृत मशीनरी का उपयोग करके विभिन्न कंपनियों द्वारा साफ किया जाता है।

इस बीच, बीवीजी समूह ने यह स्पष्ट किया कि हम आयकर विभाग की जांच में पूरी तरह से सहयोग करेंगे, जबकि यह आरोप लगाया जाता है कि यह कार्रवाई व्यक्तिगत घृणा से की गई थी। हमने नियमों के खिलाफ कुछ नहीं किया है। कंपनी के आगे बढ़ने पर यह कार्रवाई हो रही है। आयकर अधिकारी बीवीजी कार्यालय में अपनी नियमित प्रशासनिक प्रक्रिया के हिस्से के रूप में आए हैं। हमारे समूह के लिए जमीनी स्तर पर सामान्य लोगों को रोजगार देने में कुछ भी गलत नहीं है। इसके विपरीत, बीवीजी समूह विभिन्न समाजों के कल्याण में योगदान दे रहे हैं।

उल्लेखनीय यह हैं कि नागपुर मनपा में भाजपा के वरिष्ठ नगरसेवक के तज्ञ रिश्तेदार के मार्फ़त राज्य के तत्कालीन प्रभावी मंत्री के मार्फ़त मनपा में इस चर्चित समूह ने प्रवेश किया। अभी तक मनपा की पूर्ण जिम्मेदारी भी नहीं ले पाई हैं.

कनक का कार्यकाल समाप्त
एक दशक से अधिक समय तक मनपा में सेवा देने वाली कनक समूह का पूर्ण कार्यकाल समाप्त हो चूका हैं.इसी बीच बीवीजी समूह को जिम्मेदारी संभालने के लिए समय दिया गया था.कनक के ठेकेदारी काल में १७-१८ सौ कर्मी ठेकेदारी पद्धति पर तैनात थे,जिन्हें कनक न्यूनतम वेतन दे रहा था.अब उनमें से जितने कर्मियों को बीवीजी समूह कायम रखेंगी,बचे शेष बेरोजगार हो जाएंगे।यह शहर की नई चिंता का विषय जल्द गर्मा सकता हैं.