पवनी (भंडारा)। हर साल की तरह पवनी में दत्तजयंती उत्सव उत्साह के साथ मनाया गया. शनिवार 6 दिसंबर को सुबह प.प. श्री वासुदेवानंद सरस्वती सेवा मंडल साधना मंदिर से दत्तात्रय के मूर्ती की पालखी यात्रा निकाली गयी. “दिगंबरा दिगंबरा श्रीपाद वल्लभ दिगंबरा” का जप करके और श्री दत्तात्रय का भजन गाकर महिला और पुरुष भाविक अधिक संख्या में पालखी यात्रा में सहभागी हुए थे. पालखी मार्ग में जगह-जगह भाविकों ने पालखी की आरती उतारकर दर्शन लिया.
आज सुबह ही पालखी मार्ग को स्वच्छ कर रंगोली निकाली गयी. पवनी के विठ्ठल गुजरी, नेताजी वार्ड, घोड़ेघाट वार्ड से मार्गभ्रमण कर निकाली पालखी यात्रा प.प. श्री वासुदेवानंद सरस्वती महाराज ने जिस जगह अपना चातुर्मास किया था उसी महाराज के पवित्र घाट विठ्ठल रूखमाई मंदिर में आई. दोपहर 12 बजे दत्तात्रय महाराज का जन्मोतस्व मनाया गया और आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया. श्याम 5 बजे परिसर के दत्त मंदिर में नागपुर के उपगड़े के दत्त जन्म पर सुश्राव्य कीर्तन हुआ.
इस दौरान अधिक संख्या में भाविक और दत्तभक्त कीर्तन का लाभ लेने के लिए उपस्थित थे. दत्त सप्ताह के उपलक्ष में दत्त मंदिर पवनी के हरीश बुराडे ने श्री गुरुचरित्र पारायण किया, साधना मंदिर वैनगंगा विद्यालय के छात्राओं ने श्री दत्तात्रय, प.प. श्री वासुदेवानंद सरस्वती महाराज, श्रीपाद वल्लभ और श्रीस्वामी समर्थ की रंगोली के माध्यम से बनायीं प्रतिमा ने भक्तों का ध्यान आकर्षित किया. पालखी यात्रा सफल करने के लिए साधना मंदिर और विठ्ठल रूखमाई मंदिर के उपासकों ने अथक परिश्रम लिया.