रामटेक: इसे महज दुखद संयोग ही कहाँ जाएगा की कोई कलाकार अभिनय कर रहा हो और अपने अनुभव के माध्यम से वह जिस घटना का प्रदर्शन कर रहा हो वह उसी के साथ हो जाए। नागपुर जिले के नागरधन में रहने वाले 27 वर्षीय युवक की किसान आत्महत्या को प्रदर्शित कर रहे अभिनय के दौरान हो गयी। जिले के धार्मिक क्षेत्र रामटेक में बीते 37 वर्षो से बैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर शोभायात्रा निकाली जाती है। इस शोभायात्रा में धार्मिक मुद्दों के अलावा सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित झांकियां भी प्रदर्शित की जाती है।
दो नवंबर गुरुवार को आयोजित शोभायात्रा में किसान आत्महत्या इस विषय पर ट्रैक्टर में एक सजीव झांकी भी शोभायात्रा में शामिल थी। इस झांकी में 6 कलाकार हिस्सा ले रहे थे। इन्हीं में से मनोज अरुण धुर्वे नामक युवा परेशानी में आत्महत्या करने वाले किसानो की व्यथा को प्रदर्शित कर रहा था। लेकिन यह प्रदर्शन महज प्रदर्शन न रहकर हकीकत में तब्दील हो गया।
अभिनय के लिए मनोज ने जो फंदा अपने गले में पहना हुआ था उसी से उसे फांसी लग गयी जिससे उसकी दुखद मौत हो गयी। शोरशराबे के बीच यह हादसा कब घटा इसका किसी को अंदेशा भी नहीं हुआ। काफी देर बाद जब सहयोगी कलाकरों को संदेह हुआ। उन्होंने मनोज की खोजखबर ली तो वह बेशुद्ध मिला। इसके बाद तुरंत उसे उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार को अस्पताल में मनोज के मृत शरीर का पोस्टमार्टम होने के बाद उसकी बॉडी घरवालों को सौपी गयी। इस घटना के बाद पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 147 के अनुसार मामला दर्ज किया है।