काटोल में दर्शनार्थ उमड रहे श्रध्दालु
काटोल में मेला प्रदर्शनी विविध कार्यक्रम का किया गया आयोजन।.
काटोल : काटोल शहर यह ऐतिहासिक पौराणिक कथाओं महत्व पूर्ण शहर रहक आज भी काटाेल शहर का उल्लेखनीय कुंतलापूर कौतलपूर कौतलेशवर के नामों से पौराणिक ग्रंथों महाभारत, अश्वमेध, अश्विन उल्लेखनीय है जो एतिहासिक वास्तव रखने वाले कुंतलापूर नरेश राजा की राजधानी के नाम से प्रसिद्ध काटाेल शहर में स्वयंभु विराजमान राक्षसकालीन निर्माण हेमाडपंथी मंदिर में विराजमान मॉ चंडिका और उसी प्रकार विद्य की देवी मॉ सरस्वती माता का स्थान काटाेल नगरी में हैं संपूर्ण भारत वर्ष में स्वयंभु विराजमान जागृक सरस्वती माता के दो ही मंदिर है एक बिहार स्थिति बौद्ध गया तो ऐतिहासिक कुंतलापूर नगरि के नाम से जग भर में प्रसिद्ध आज के काटाेल नगरि में मां सरस्वती विराजमान हैं जो कि अश्विन नवरात्रि के दौरान काटोल नगरि में नवरात्रि उत्सव के दौरान बहुत बड़ा आयोजन किया जाता है नागपुर शहर तथा ग्रामीण आचल व वरूड, मोर्शी, परतवाडा, अमरावती, आर्वी, आष्टी, कारंजा, वर्धा, गडचिरोली, चंद्रपूर, भंडारा, गोंदिया सहित मध्यप्रदेश के पांढुर्णा, सौसर, मुलताई, पटन, बैतुल, छिंदवाडा बाल घाट, आदि जगहों से अश्विन नवरात्रि के दौरान लाखों की संख्या में भक्तों देवी दर्शन करने के लिए मेला लग रहा है।.
वहीं इस दस दिनों तक चलने वाले नवरात्रि में काटाेल के ऐतिहासिक प्रख्यात देवी स्वयंभू विराजमान माता विद्य की देवी सरस्वती देवस्थान का विशालकाय मंदिर का निर्माण लोकवर्गणी से तैयार किया गया वहीं इस मंदिर तथा संपूर्ण परिसर कि विद्युत सजावट कर मंदिर के सामने राक्षसकालीन कुदरत से भरे विशाल जलकुंड की सजावट मॉ सरस्वती चॅरिटेबल ट्रस्ट व नवरात्र उसव मंडल सरस्वती नगर द्वारा की गई है. उसी प्रकार मंंडल द्वारा न. प. स्कूल नं. 11 के मैदान पर मीना बाजार का आयोजन किया गया है.
जिसमें विभिन्न प्रकार के झूले, आकाश झूला, टोराटोरा, ड्रैगन ट्रेन, म्युजिक डान्स, मॅजिक झूला विशेष आकर्षण मनमोहक बच्चों के झूले आदि बच्चों के लुभावन हेतु विविध प्रकार के झूले तथा स्टेशनरी खिलौने की दूकानें आदि महिलाओं के लिए चूड़ियों, बैग आदि वस्तुओं की दूकानों और खान पान आदि दूकानों लगाई गई है। उसी तरह प्रख्यात हेमाडपंती मंदिर में विराजमान देवी चंडिका माता मंदिर के चारों ओर आकर्षित लाइटिंग सजाकर मंदिर तथा आसपास का परिसर मे रोषणाई कि गयी हैं इस मंदिर तथा परिसर की पूरी व्यवस्था नगरपालिका प्रशासन द्वारा की गई है . इसी तरह काटोल के नवरात्र उसव मंडल द्वारा जगह-जगह मां दुर्गा की विधिवत रूप से पूजा अर्चना मुर्ति कि स्थापना की गई है. जिसमें नवदुर्गा प्रदर्शनी मंडल तार बाजर काटाेल द्वारा मुंबई के अंबरनाथ से लाई गई दहीहंड तथा अमरावती से लाई गई शिवाजी महाराज की झाकी व म्युझिकल लाईटींग संपूर्ण तारबाजर दूर्गा चौक व मुख्य मार्ग पर लाईटींग सजाकर सजावट रोषणाई से सजाया गया है .
सार्वजनिक नवदुर्गा उत्सव मंडल धंन्तोली काटोल द्वारा बद्रीनाथ धाम विशालकाय मंदिर निर्माण कर म्युझिकल डिस्कको लाईटींग तथा लेज़र शो का दृश्य प्रस्तुत किया गया संपूर्ण परिसर रोषणाई जगमगा रहा है वहीं पास के मैदान पर रास गरबे का आयोजन किया गया है।. उसी प्रकार अखंड ज्योत नवदुर्गा उत्सव मंडल कुनबी पूरा गलपूरा चौक पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अलग – अलग देवी की प्रतिमा स्थापित की जाती है वह विशेष रूप से आकर्षित रहती है जिसमें इस वर्ष नवरात्री पहले दिन की मान्यता वाली शैल पुत्री माता देवी की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बिंदु बना हुआ है जिसके लिए मंडल द्वारा विशालकाय मंदिर के रूप में गुफाओं सरूप देकर उसमें देवी माता की स्थापना की गई है.
वहीं शारदीय नवरात्रि उत्सव मंडल धंन्तोली काटोल द्वारा एक जमाने में चौर चकारी कर दहशत निर्माण करने वाले वाल्या पर आधारित वाल्या का वाल्मीकि कैसे बना यह स्वयंचलित झांकि प्रस्तुत किया गया है .।.
नवयुवक दुर्गा उत्सव सांस्कृतिक मंडल पेठबुधवार सुभाष चौक काटोल द्वारा रत्नागिरी के पास का गनपती पूळे का अष्टविनायक विशालकाय भव्य दिव्य मंदिर व अष्टविनायक के दर्शन लाईटींग झांकियां प्रस्तुत करने देखावा झाकी प्रस्तुत किया गया है . उसी प्रकार काटोल नगरपालिका तहसील आंबेडकर चौक पर श्री आदर्श माता रानी मंडल द्वारा विशालकाय जगलो की गुफाओं में बना मंदिर निर्माण कर उग्र रूप धारण कर काली माता की प्रतिमा स्थापित की गयी वहीं नारियल से बने भगवान शिव की शिवलिंग बनाई गई है.
वहीं गुजराती गरबा उत्सव मंडल द्वारा नगर भवन में मां दुर्गा की पूजा अर्चना कर रास गरबे का आयोजन कर नवरात्रि के नौ दिन डांडिया खेला जाता है .
वहीं उसी प्रकार से काटाेल शहर से काटाेल जलाखेडा वरूड मार्ग पर 7 कि. मी. दूर स्थित विदेही सती अनुसया माता संस्थान पारडसिंगा में विधिवत रूप से मंडल के अध्यक्ष चरणसिंग ठाकूर इन के द्वारा पूजा अर्चना कर घट स्थापना कर संपूर्ण परिसर में आकर्षित रोषणाई कर नवरात्रि उत्सव का आयोजन किया गया है जहां लाखों की संख्या में लोगों जनसैलाब उमडा पड़ता है।
इस नवरात्रि के दौरान काटोल तहसील में लाखों सख्या भक्तों का श्रध्दालु का जनसैलाब दर्शनार्थ उमड रहा जिसके लिए काटाेल के उपविभागिय पुलिस नागेश जाधव, पुलिस निरीक्षक महादेव आचरेकर, एपीआई राहूल बोंद्रे , वानखेडे मॅडम, पुलिस उपनिरीक्षक संतोष निबूळकर, नरेंद्र पिवाल, शाही, जगताप मॅडम संपूर्ण पुलिस विभाग व एसआर पी सज रहकर कार्य कर रही तथा नवरात्रि के दौरान कोई भी अनुचित प्रकार न हो इस लिए पुलिस प्रशासन दिन कार्य कर रहे हैं तथा महसूल प्रशासन व नगरपालिका के कर्माचारियों दिन रात सहयोग प्राप्त रहा है ।