Published On : Tue, Jun 9th, 2020

कामठी समेत ग्रामीण में पैसे नहीं होने से किसान बीजो के लिए हो रहे है परेशान

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कामठी– मानसून बुवाई शुरू होने के बाद भी अनेक किसानों के पास बुवाई के लिए पैसे नहीं है. प्रशासन के लापरवाही के कारण बहोत से किसानों का कपास, चना बिक्री के अभाव में घर में ही पड़ा हुआ है. जिसके कारण बीज उधार मांगने की नौबत किसानों पर आयी है. तो वही दूसरी ओर बारिश का आगमन होने के कारण कृषि विभाग ने तहसील में 25 हजार 699 हेक्टर जमींन में धान,कपास, सोयाबीन, तुवर, गन्ना, सब्जी, मिर्ची, सिंघाड़े जैसी फसलों की बुवाई का नियोजन किया है.

किसानों का संकट
जिन किसानों ने कपास बेचा है. ऐसे कई किसानों को अब तक पैसे नहीं मिले है. किसानों पर एक के बाद एक संकट आ रहे है.फसल सही नहीं होना, फसल पर इल्लियों का आक्रमण, ओले , इसके साथ ही फसलों की पैदावार में भी काफी कमी आयी है. फसलों को बाजार भाव भी नहीं मिला है. इसके कारण किसान कर्जदार हो चूका है. किसानों ने बैंको के साथ साथ साहूकारों से भी कर्ज लिया हुआ है.

फसल पर किसान कर्ज नहीं चूका पाए है. इसके कारण किसान परेशान हो चूका है. सरकार की कर्जमाफी अब तक किसानों तक नहीं पहुंची है. घरो में कपास होने के बावजूद बिक्री के लिए नंबर नहीं लग रहा है. इस वजह से किसानों के घरों में कपास और चना रखा हुआ है. ढाई महीने से लॉकडाउन के कारण पैसे उधार भी कौन देगा.

यह सवाल है. किसानों को फसल निकलने के बाद उधार लिए हुए पैसे देने की बोली करी जाती है. लेकिन इस समय फसल निकलने तक रुकेगा भी कौन, यह सवाल उठ रहा है. किसान हर वर्ष बुवाई के लिए विभिन्न बैंकों से कर्ज लेते है. लेकिन मौसम के कहर ढाने से कर्ज लौटाना तो दूर किसान को घर चलाना भी मुश्किल है. ऐसे में अब किसानों की मुश्किल बढ़ गई है.