नागपुर: नागपुर महानगरपालिका की शहर में भूमिका पालक की है,लेकिन वे अपनी ही संपत्तियों की रक्षा करने में पूर्णतः असफल रहे।आलम यह है कि मनपा की बहुमूल्य जगह या तो किरायेदारों ने हड़प कर हजम कर ली गई या फिर अतिक्रमण की चपेट में होने से मनपा के सकारात्मक मंसूबे पूर्ण नहीं हो पा रहे है। ऐसा ही कुछ आलम प्रभाग 26 अंतर्गत मनपा की ‘डीपी’ रोड की गई।
मिली जानकारी के हिसाब से प्रभाग 26 अंतर्गत वाठोड़ा ‘डीपी’ रोड जो मौजा वाठोड़ा गांव के समीप से गुजरती है। यह ‘डीपी’ रोड पूर्व में रिंग रोड से संत गोरोबा कुंभार चौक ‘मिडिल रिंग रोड’ तक हैं। इसकी लंबाई लगभग आधा किलोमीटर व चौड़ाई 100 फुट हैं। इस सड़क के मध्य लगभग 250 मीटर जगह लगभग 25 साल से अतिक्रमण के चपेट में है,लगभग डेढ़ दर्जन घर बनाकर रह रहे है। इन्हें हटाकर ‘डीपी’ रोड निर्माण कर नागरिकों को सुविधा दिलवाने की कभी ठोस कार्रवाई या पहल नहीं की गई।
प्रभाग 26 के नगरसेवक द्वय धर्मपाल मेश्राम व बंटी कुकड़े के समक्ष मामला आने पर उन्होंने स्थानीय विधायक कृष्णा खोपड़े व मनापायुक्त अश्विन मुद्गल को उक्त मामलात की जानकारी विस्तार से दी। फिर सभी ने गत दिनों संयुक्त दौर कर वस्तुस्थिति से अवगत हुए। मनापायुक्त मुद्गल ने इस दौरान नगर रचना विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए,जिसका खुलासा उन्होंने उपस्थितों को नहीं करने से भ्रम की स्थिति बनी हुई है।इस दौरे में मुख्य अभियंता बन गिन वार, नगर रचना विभाग प्रमुख ,कार्यकारी अभियंता आदि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय यह है कि मनपा प्रशासन की लापरवाही से सम्पूर्ण शहर में मनपा की जमीन पर भूमाफिया,अतिक्रमणकारियों व वर्षो से लीज/किरायेदारों के कब्जे में है,जिससे वापिस लेने के लिए प्रशासन के पास कोई नित नहीं है.इसलिए स्थानीय सम्बंधित अधिकारी ऐसे मामलों को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन दे रहे हैं.