Published On : Tue, Oct 10th, 2017

डॉक्टरों की हड़ताल जारी, दो दिनों में हुई थी 19 मरीजों की मौत

Advertisement

Doctors Protest
नागपुर: पिछले चार दिनों से शहर के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल मेडिकल में सुरक्षा की मांग को लेकर कामबंद आंदोलन किया जा रहा है. जिसके कारण मेडिकल हॉस्पिटल की पूरी स्वास्थ व्यवस्था चरमरा गई है. सोमवार तक मेडिकल हॉस्पिटल में इलाज के अभाव में 19 मरीजों की मौत हुई है. सोमवार को हॉस्पिटल में 50 से भी कम छोटे ऑपरेशन हुए थे. इस कामबंद आंदोलन में करीब 350 निवासी चिकित्सक और 200 इंटर्न डॉक्टर शामिल हैं. 550 डॉक्टरों के इस आंदोलन में शामिल होने की वजह से मरीजों के हाल बेहाल हो रहे हैं.

मेडिकल के सभी डॉक्टर विभिन्न प्रकार से आंदोलन कर रहे हैं. दूसरे दिन हाथों में बंदूक लेकर हॉस्पिटल प्रशासन का विरोध किया गया तो वहीं हाथों में फीते बांधकर भी काम किया गया. सभी डॉक्टरों की ओर से 7 मांगों को हॉस्पिटल प्रशासन के सामने रखा गया है. जिसमें सभी मांगों में प्रमुखता से डॉक्टरों की सुरक्षा का मुद्दा रखा गया है. पिछले 28 दिनों से मेडिकल हॉस्पिटल में सुरक्षा रक्षक तैनात नहीं हैं. जिसके कारण मरीजों के परिजनों की भीड़ हॉस्पिटल में बढ़ गई थी. जिसके कारण डॉक्टरों को सुरक्षा का डर सताने लगा था और इसी कारण डॉक्टरों की ओर से आंदोलन की शुरुआत की गई.

मेडिकल के डॉक्टरों की ओर से लगातार हॉस्पिटल प्रशासन और डीन को हॉस्पिटल के वार्ड में और जगह जगह पर सुरक्षा रक्षकों की तैनाती के लिए मांग की गई थी. बावजूद इसके इनकी मांग पर ध्यान नहीं देने की वजह से डॉक्टरों को कामबंद आंदोलन का सहारा लेना पड़ा. हालांकि लगातार हो रहे इस कामबंद आंदोलन के कारण मरीजों के लिए प्रशासन ने सभी डॉक्टरों को वापस काम पर आने के लिए नहीं तो निलंबन करने की चेतावनी भी दी थी. लेकिन हॉस्पिटल प्रशासन का यह फार्मूला भी काम नहीं आया. इस बारे में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि जब भी हॉस्पिटल के डीन से मांग की गई तो उन्होंने यही जवाब दिया कि उनके हाथ में कुछ नहीं है.