Published On : Tue, Mar 27th, 2018

कैल्शियम कार्बाइट से न पकाएं आम अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें फल व्यापारी और विक्रेता

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नागपुर: बाजारों में बिकने के लिए आम आ चुके हैं. हर साल इसे रासायनिक तरीके से पकाने के लिए कई व्यापरी और दुकानदार कैल्शियम कार्बाइट का उपयोग करते हैं. जिसके कारण यह फल कम से कम दो दिन में पकता है और मार्किट में बेचने के लिए आता है. और ग्राहक भी ऐसे फलों को देखकर इनकी तरफ आकर्षित होते हैं. लेकिन इस बार अन्न विभाग की ओर से सभी फल विक्रेताओं और व्यापारियों को आवाहन किया गया है कि रासयनिक तरीके से फल न पकाएं अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें. इस बार फल विक्रेताओं और व्यापरियों के लिए अन्न विभाग की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया जानेवाला है. जिसमे उन्हें रासायनिक प्रक्रिया से फल पकाने और उसे खाने के दुष्परिणाम के बारे में जानकारी दी जाएगी. अन्न विभाग के असिस्टेंट जॉइंट कमिशनर शशिकांत केकरे ने बताया की फल व्यापरियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा.

उन्होंने बताया कि ग्राहकों को भी फल की पहचान जरूरी है कि कौन से फल नैसर्गिक तरीके से पके हैं और किसे कैल्शियम कार्बाइट से पकाया गया है. उन्होंने बताया कि अगर फल पर धारे, लाइन आती है तो वह नसैर्गिक तरीके से पका है. अगर आम पूरी तरह से पीला दिख रहा है तो समझिये उसे कैल्शियम कार्बाइट से पकाया गया है. केकरे ने सभी फल विक्रेताओं से आव्हान किया है कि कोई भी फल कैल्शियम कार्बाइट से न पकाये. फल रासायनिक तरीके से पकाते हुए पकडे जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.