Published On : Thu, Nov 20th, 2014

हिंगणा : महिंद्रा कंपनी के प्रस्तावित गेट को डिगदोह वासियों का विरोध

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Hinga mahindra gate
सवांदाता / रमेश पाटिल

हिंगणा (नागपुर)। हिंगणा अौद्योगिक क्षेत्र की महिंद्रा एंड महिंद्रा के नए प्रस्तावित गेट के विरोध में सुबह 11 बजे डिगडोह वासियों तथा शालेय विद्यार्थियों ने गेट के सामने विरोध प्रदर्शन कर जमा हुए थे. इस घटना के विरोध को देखते हुए एमआयडीसी के कार्यकारी अभियंता ग्रापं प्रशासन तथा गांव के नागरिकों ने महिंद्रा के अधिकारी झोटिंग से मुलाकात की. झोटिंग ने उचित निर्णय लिए जाने की बात कही जिससे मामला शांत हुआ है.

अधिक जानकारी के अनुसार महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी को पहले ही चार गेट है. उसपर यहां पर पांचवा गेट बनकर तैयार हुआ है. जिस गेट के सामने से जानेवाला रास्ता हिंगणा रोड को जुड़ता है. जो डिगडोह के लिए जाने वाला रास्ता है और डिगडोह(देवी) की स्मशानभूमि भी गेट के सामने है. स्मशान भूमि के सामने जो विसावा देने का ओटा था वह भी गेट के सामने ही था ऐसा गांवसियों का कहना है. वह भी कंपनी द्वारा तोडा है. इसके अलावा डिगडोह में दो स्कूल है. जहां विद्यार्थियों को आने जाने के लिए यही रास्ता है. यह गेट खुलने से रहदारी बढ़ेंगी और दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाएंगी. पहले महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी के दो प्लांट थे. जिसके बिच एक रास्ता जो जैसवाल निको कंपनी ओर जाता था जो कुछ वर्ष पहले महिंद्रा कंपनी ने हमेशा के लिए बंद कर दिया है और रास्ते को कब्जे में लिया है.

Hinga mahindra gate
इस प्रस्तावित गेट को गांवकरी विरोध कर रहे है. पिछले तीन वर्षो से ग्रापं तथा एमआयडीसी के कार्यकारी अधिकारी द्वारा प्रस्तावित गेट बंद करने का लेटर दिए जाने की बात संबंधित अधिकारियों ने दी है. स्थानीय जन प्रतिनिधि परिसर के विधायक सांसद ने भी इस गेट पर आक्षेप किया था. फिर भी कंपनी प्रशासन ने गेट का निर्माण कार्य जारी रखा है.

Hinga mahindra gate  (3)
गुरुवार 20 नवंबर को एमआयडीसी के कार्यकारी अभियंता जीबी जांभुलकर, डिगडोह के सरपंच चेतनलाल पांडे, ग्रा.वि. अधिकारी डी. आर.लोहकरे, उपसरपंच रमेशसिंह राजपूत आदि ने इस गेट पर आकर इस घटना की जानकारी ली. गेट पर सेकड़ो गांववासी तथा स्कूल के छात्र जमा हुए थे. इस पर एमआयडीसी के कार्यकारी अभियंता ने महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रशासकीय अधिकारीयों के साथ मिटिंग हाल में गांव के प्रतिनिधि मंडल में मुलाकात की. प्रतिनिधि मंडल में ग्रापं सदस्य कैलास गिरी, प्रदीप कोटगुले, पूर्व पार्षद दिलीप पंकुले, बंटी भांगे, सुधाकर रडके, राजू कोल्हे, रवि चतुर्वेदी, संजय कोल्हे, राजू भांगे आदि उपस्थित थे. ग्रापं पदाधिकारीयों  ने गेट बंद करने की मांग की. महिंद्रा के अधिकारी ने बताया की यह गेट सिर्फ अभियंताओं के लिए है. जिसमे दिन में सिर्फ 20-25 गाड़ियां ही इस गेट से आवागमन करेंगी और यह गेट अभीतक खोला नहीं गया है. गेट के सामने कम्पाउंड वाल बनाने की मांग शिष्टमंडल द्वारा की गई. उस पर झोटिंग ने कहा कि, इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारीयों को दी जाएगी उसके बाद उचित निर्णय लिया जायेगा. इस आश्वासन के बाद फ़िलहाल यह मामला शांत हो गया है.

इस दौरान गांव के नागरिक सुशील कोल्हे, महेंद्र मेश्राम, दीपक निशाने, प्रकाश वऱ्हाडे, विक्की गुजर, अमोल लखोटे, विकी आवले, विजय गुजर, प्रमोद मेंढे, रवीन्द्र मेश्राम, राजू रडके, प्रशांत भांगे, नरेंद्र गुजर तथा गांव के नागरिक तथा महिलाएं शामिल थी.