न.प. आरोग्य विभाग की मनमानी
सावनेर (नागपुर)। सावनेर में हर तरफ गंदगी का साम्राज्य है. जगह-जगह पानी जमा हुआ है. जिससे मच्छरों की उत्पत्ती बढ़ रही है जिससे ठंड लगकर बुखार, मलेरिया, डेंग्यु जैसी बिमारी बढ़ने से नागरिक दहशत में है. इस समस्या का कारण नगर प्रशासन आरोग्य विभाग प्रमुख और उनकी अकार्यक्षमता जबाबदार है ऐसा आरोप समाज सेवक किशोर ढूंडेले ने किया. उन्हें तुरंत निलंबित करने की मांग आरोग्य मंत्री महाराष्ट्र शासन, जिलाधिकारी, विधायक सुनील केदार, तहसीलदार रविंद्र माने, नगराध्यक्ष, मुख्याधिकारी को निवेदन द्वारा की है. लेकिन नगर प्रशासन के आरोग्य विभाग प्रमुख अपनी मनमानी कर उल्टा जवाब दे रहे है.
नगर के खेडकर ले-आउट वार्ड क्र.8 हनुमान मंदिर परिसर में 14 नवंबर की सुबह एक डेंगू मच्छर मिला. उसे पकड़कर उसकी जाँच करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ केंद्र सावनेर में डॉ. हिवरकर के पास भेजा गया गया. यह डेंग्यु फैलाने वाला मच्छर है ऐसा पता चलने पर परिसर में डर का वातावरण बना है. हिवरकर ने कहा कि, इसे नियंत्रण के लिए हमेशा दवाई छिड़काव, नाले, गंदगी की जगह मरेलियर ऑइल छिड़काव करना जरुरी है. ऐसा होनेपर भी नगर प्रशासन विभाग की और से कोई भी योजना नहीं की गई. जिससे आर्थिक नुकसान नगरवासियों को हो रहा है.
नगर प्रशासन आरोग्य विभाग प्रमुख अशोक चरपे को तुरंत निलंबित करे ऐसी मांग किशोर ढूंडेले ने की है. इस दौरान संजय जवाहर, रमेश धोड़े, पाटिल सर, पंकज चरपे, लाड़ सर ने फॉगिंग मशीन घुमाने की, जगह-जगह जमा गंदे पानी का निर्मूलन करने की मांग की गयी. नगर में गंदगी की खबर अख़बार में प्रकाशित होने से न.प. आरोग्य विभाग ने कुछ दिनों पहले सुवरों को जहर देकर मारा गया और उनके शव खुले में फेंक कर अपने कर्तव्य का परिचय दिया. उक्त घटना की उच्च स्तरीय जाँच होना जरुरी है.