Published On : Mon, Jul 29th, 2019

सुर नदी पर कोल्हापुरी बांध बनाने की मांग

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अधिकारियों का किसानों के प्रति नकारात्मक रुख

नागपुर : कृषि उत्पादक संघ के संयोजक अधिवक्ता बीजे अग्रवाल व महासचिव संदीप अग्रवाल ने खिंडसी तालाब से निकलने वाली सुर नदी पर कोल्हापुरी बांध बनाने की मांग की हैं.वे गाठ सप्ताह रामटेक तहसील कार्यालय के सामने धरना कार्यक्रम को सम्बोधित करते वक़्त मांग उठाई। उनका कहना था कि सम्पूर्ण जिले के ग्रामीण इलाके पानी की संकट से जूझ रहा हैं.क्षेत्र का जल स्तर लगातार घटता जा रहा हैं.किसानों को खासकर सिंचाई के लिए अड़चनें आ रही हैं.किसान वर्ग पिछले ४-५ साल से संकट के दौर से गुजर रहा.ऊपर से जल संकट की मार झेलने के लिए सक्षम नहीं नज़र आ रहा.

इस वर्ष तहसील के काचुरवाही परिसर में ८०० बोरवेल खोदे गए.इस वजह से भी जल स्तर घटता जा रहा.ऐसे में सुर नदी पर कोल्हापुरी बांध का निर्माण समय की मांग हैं.जिससे पानी पानी रिचार्ज होंगी।कुंए व बोरवेल में नै जान आ सकेंगी।इस प्रयोग से वर्ष भर किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सके.यह व्यवसाय को पुनः जीवित करने के लिए सरकार को उक्त कदम उठाना चाहिए।इसलिए सुर नदी बांध को जलयुक्त शिवार योजना में शामिल किया जाना चाहिए।

तहसील के अधिकारियों का किसानों के प्रति रवैय्या काफी नकारात्मक हैं ,आंदोलन की सूचना मिलते ही भाग खड़े हुए.इतना ही नहीं तहसील कार्यालय प्रमुख एसडीओ भी नदारत थे,इसलिए निवेदन नहीं दिया जा सका,जिसकी शिकायत जल्द ही मुख्यमंत्री से की जाएंगी।
आज किसानों को अपनी प्रत्येक मांग के लिए आंदोलन करना पड़ रहा.जब तक किसान वर्ग संगठित नहीं होता,तब तक उनकी कोई बात सुनी नहीं जाएंगी।

उक्त अग्रवाल बन्धुओं का सीधा आरोप हैं कि सभी राजनैतिक दल चुनाव से पहले किसान हित में बड़ी बड़ी बात करते हैं फिर चुन कर आने के बाद व्यक्तिगत विकास में लीन हो जाते हैं.

संघ के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण मेलीपेड्डी ने ग्रामीणों से कहा कि सरकार की उक्त नीतियों से दो-दो हाथ करने के लिए नागरबंदी करने पर मजबूर होना पड़ेंगा।इतना ही नहीं किसानों को समय पर कर्ज नहीं दिया जा रहा और न ही कर्ज माफ़ी की रकम खातों में जमा की जा रही.नया कर्ज भी मिलना दूभर हो चूका हैं.

काचुरवाही सरपंच शैलेश राऊत ने गांव-गांव में किसानों की संगठन तैयार करने की अपील की तो अधिवक्ता गजभिये ने कहा कि सुर नदी पर अविलंब बांध निर्माण कर किसानों के साथ न्याय किया जाए.