नागपुर: सेंट्रल जेल में मोका के मामले में आरोपी की मौत से बवाल मच गया. परिजनों का कहना है कि जेल के रक्षक ने उसके साथ मारपीट की. समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हुई. मृतक सौरभ राजू तायवाड़े (25) है. सौरभ के खिलाफ 2018 में हत्या और अपहरण के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था. आपराधिक रिकार्ड को देखते हुए पुलिस ने सौरभ और उसके साथियों के खिलाफ मोका भी लगाया था.
तब से वह जेल में था. परिजनों का कहना है कि शुक्रवार की दोपहर सौरभ की तबीयत बिगड़ गई. उसने जेल रक्षक को तबीयत बिगड़ने की जानकारी दी लेकिन जेल रक्षक ने उसे गंभीरता से नहीं लिया और थप्पड़ मारकर बैरेक में जाने को कहा. कुछ देर बाद सौरभ की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. तब जेल के कर्मचारी उसे उपचार के लिए मेडिकल अस्पताल ले गए. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इस घटना से जेल में भी बवाल हो गया. जेल की बैरेक में बंद अन्य कैदियों ने जेल रक्षक और प्रशासन की वजह से सौरभ की मौत होने का आरोप लगाया. यहां तक की कैदी बैरेक के भीतर जाने को भी तैयार नहीं थे. घटना की जानकारी मिलने के बाद धंतोली पुलिस मौके पर पहुंची. मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन देने के बाद कैदी बैरेक में गए. पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है.