Published On : Tue, Jan 7th, 2020

भारत में रोजाना 20 करोड़ लोग भूखे रहते है- डी. सिवानंदन

नागपुर: गरीब और जरुरतमंद भूखे लोगों को खाना मिले। इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर रोटी बैंक की शुरुवात अब मुंबई के बाद नागपुर में भी हो चुकी है। मंगलवार 7 जनवरी को फाउंडेशन के संचालक (पूर्व पुलिस आयुक्त) डी. सिवानंदन की मौजूदगी में नागपुर शहर के पुलिस आयुक्त भूषणकुमार उपाध्याय, आईजी के.एम. प्रसन्ना की मौजूदगी में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज कैंसर हॉस्पिटल में इसका उदघाटन किया गया। इस दौरान गरीब मरीजों को खाने के पैकेट भी वितरित किए गए। इस दौरान हॉस्पिटल के सुब्रोजित दासगुप्ता, डॉ.बी.के.शर्मा, चंद्रकांत देशमुख, समेत अन्य डॉक्टर और रोटी बैंक फाउंडेशन की नागपुर की टीम मौजूद थी। यह टीम बड़े बड़े होटलों, बड़ी स्कूलों में शादी और कार्यक्रमों में जाएगी और वहां से बचा हुआ अच्छा खाना लेकर उसे गरीबों में बांटेगी। इसके साथ ही कई बार यह एनजीओ अपने पैसों से भी खाना बाटती है। इन्होने अपना एक नंबर भी जारी किया है। जिसके माध्यम से कोई भी फोन करके जरूरतमंद को खाना देने के लिए इनसे कह सकता है।

नागपुर में शुरू किए गए रोटी बैंक फाउंडेशन पर पूर्व पुलिस आयुक्त डी. सिवानंदन ने कहा की मैंने नहीं सोचा था की इतने कम समय में, इतना अच्छे काम की शुरुवात यहां होगी। 2017 में दिसंबर में मुंबई के लोअर परेल रेलवे स्टेशन के बाहर पंडाल लगाया और इसकी शुरुवात की गई थी। करीब 10 लोगों की मदद से इसकी शुरुवात की गई थी। जब शुरू किया था तब पैसे भी नहीं थे, एक मित्र ने गाडी दी थी। उसी से शुरू किया था। अब मुंबई में कुल 10 गाड़ियां है और 11वी गाडी नागपुर में दी गई है। उन्होंने कहा कि 2004 में वे नागपुर में पुलिस आयुक्त थे। उन्होंने कहा की नागपुर का स्वादिष्ट खाना होने की वजह से ही नागपुर को उन्होंने चुना है। उनके अनुसार इंडिया थ्री ट्रिलियन डॉलर का देश है, एक साल के बाद चीन से ज्यादा जनसँख्या भारत की होगी, भारत काफी शक्तिशाली देश है., लेकिन इतना होने के बावजूद भी रोजाना 20 करोड़ लोग भूखे रहते है। हमारे पास खाना है, लेकिन मिसमैनेजमेंट के कारण और खाने की बर्बादी के कारण लोगों को खाना नहीं मिल पाता है। कई टन खाना रोजाना होता है।

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उन्होंने कहा की उचित जरूरतमंद और बच्चो और लोगों को पहचानों और उन तक खाना पहुंचाए। उन्होंने कहा की अब तक वे 10 लाख लोगों को खाना खिला चुके है। मुंबई में जिन स्कूलों में गरीब बच्चे पढ़ते है हम वहां भी जाकर खाना देते है। मुंबई के टाटा कैंसर हॉस्पिटल में 500 लोगो को खाना खिलाते है। उन्होंने कहा की हम लोग फ्रेश खाना बनाकर भी देते है। 1 जनवरी से हमारे एनजीओ ने एक किचन शुरू किया है। एनजीओ में काम करनेवालेकर्मी, ड्राइवर और सभी का वेतन वे एनजीओ के माध्यम से देते है। उन्होंने कहा की नागपुर में प्रसन्ना चौधरी 20 वॉलंटियर की मदद से यहां काम करेंगे।

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