नागपुर: क्राइम ब्रांच के यूनिट-3 की टीम ने गोपनीय जानकारी के आधार पर सेंधमारों की एक टोली को पकड़ा. जांच के दौरान 3 आरोपियों ने शहर में 13 वारदातों को अंजाम देने की कबूली दी. आरोपियों में गौतमनगर, गिट्टीखदान निवासी कपिल अशोकराव गवरे (25), मोमिनपुरा निवासी मोहम्मद शफीक मोहम्मद रफीक (22) और गिट्टीखदान निवासी शेख सोहेल शेख सलीम (22) का समावेश है.
आरोपियों के खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं. हत्या के प्रयास के मामले में कपिल जेल में था. इसी दौरान उसकी शफीक और रफीक से पहचान हुई. तीनों में अच्छी दोस्ती हो गई. इसी वर्ष जनवरी में कपिल जेल से जमानत पर रिहा हुआ. उसने शहर में सेंधमारी की वारदातों को अंजाम देना शुरू किया. मानकापुर में 3, जरीपटका में 3, कलमना में 2, गिट्टीखदान में 2, सक्करदरा और हुड़केश्वर थाना क्षेत्र में 1-1 वारदात को अंजाम दिया. इसी दौरान शफीक और रफीक जेल से रिहा हुए. कपिल ने चोरी तो की थी, लेकिन माल बेच नहीं पा रहा था. उसने रफीक और शफीक से मदद ली.
दोनों चोरी का माल सराफा व्यापारी के पास ले जाते थे. आर्थिक तंगी का हवाला देकर जेवरात गिरवी रख देते थे. तीनों अय्याशी में जमकर पैसे उड़ा रहे थे. कपिल की तो 2 गर्लफ्रेंड हैं.
उन्हें खुश करने के लिए भी कपिल काफी पैसा उड़ाया. 15 अगस्त को यूनिट-3 का दल गंगा-जमुना बस्ती में पेट्रोलिंग कर रहा था. इसी दौरान पुलिस को तीनों संदेहास्पद स्थिति में घूमते दिखाई दिए. संदेह के आधार पर उन्हें हिरासत में लिया गया. कलमना में हाल ही में हुई चोरी का कुछ माल उनके पास बरामद हुआ.
अधिक पूछताछ करने पर 13 वारदातों का खुलासा किया. पुलिस ने उनसे 4 धारदार हथियार, 75 ग्राम सोना, 125 ग्राम चांदी, टीवी, मोबाइल और कपड़े सहित 2.83 लाख रुपये का माल जब्त किया है. डीसीपी संभाजी कदम और एसीपी संजीव कांबले के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर जागवेंद्र राजपूत, एपीआई योगेश चौधरी, पीएसआई माधव शिंदे, हेडकांस्टेबल रफीक खान, शैलेंद्र पाटिल, विट्ठल नासरे, अरुण धर्मे, दयाशंकर बिसेंद्रे, राकेश यादव, हरीश बावने, विकास पाठक, राजू पोतदार और सत्येंद्र यादव ने कार्रवाई को अंजाम दिया.