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नागपुर: कांग्रेस पार्टी के 131 वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी की उम्मीदवारी पाने की होड़ में बुधवार को सक्रिय कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, लेकिन कांग्रेस के कई दिग्गज नेता इस कार्यक्रम से पूरी तरह दूर रहे। हालाँकि समारोह के दौरान बड़ी संख्या में दूसरे दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस में प्रवेश किया।
इसमें सबसे प्रमुख दो नगर सेवकों का कांग्रेस में शामिल होना रहा। वर्तमान की शिवसेना की नगर सेविका शीतल घरट व भारतीय बहुजन महासंघ की नगर सेविका भावना ढाकने ने कांग्रेस में प्रवेश लिया। इसके अलावा कुछ पूर्व नगर सेवकों ने भी कांग्रेस में प्रवेश किया। बड़ी संख्या में शिवसेना के पदाधिकारियों ने इस दौरान कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। बसपा नगर सेवक किशोर गजभिए व राष्ट्रवादी कांग्रेस के सचिव शाहिद अली ने भी कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया।
मनपा चुवान से पहले कांग्रेस दो समूहों में बंटती दिखाई दे रही है। बुधवार को पुलिस लाइन टाकली स्थित सद्भावना पुलिस लॉन में आयोजित कार्यक्रम में नागपुर शहर के कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने शिरकत नहीं की। भले ही पार्टी की 131वीं वर्षगांठ के लिए छापे गए आमंत्रण पर इन दिग्गज नेताओं के नाम शामिल रहे हों लेकिन सभी बड़े नेताओं ने इस समारोह से दूरी बनाए रखी। न केवल नेता बल्कि उनके समर्थकों ने भी इस समारोह में सहभागिता नहीं दिखाई।
कांग्रेस की पिछली सरकार में पूर्व मंत्री नितीन राऊत, पूर्व मंत्री सतीश चतुर्वेदी, नागपुर जिले में कांग्रेस के एकमेव विधायक सुनील केदार आदि नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। भले ही पर्चे में दिग्गज नेताओं का समावेश रहा हो लेकिन आयोजन स्थलों में लगे बैनरों व कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए बैनरों में भी किनारा करनेवाले किसी नेता का चेहरा शामिल नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के भीतर नेतृत्व के वर्चस्व को लेकर अब भी नाराजी कायम है। यह खटास बीते कई दिनों से चल रही है।