Published On : Mon, Sep 7th, 2020

Corona Warriors की लापरवाही : पुरुष की बजाय परिजनों को सौंप दिया दूसरी महिला का शव

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नागपुर- कोविड-19 (Covid-19) के इस महामारी में हॉस्पिटल प्रशासन (Hospital Management) की लापरवाही के मामले भी दिन ब दिन ज्यादा तादाद में सामने आ रहे है. ऐसा ही एक मामला रविवार को सामने आया है.जानकारी के अनुसार लता मंगेशकर हॉस्पिटल (Lata Mangeshkar Hospital) में इलाज के दौरान मृत व्यक्ति की जगह महिला का शव व्यक्ति के परिजनों को दे दिया गया. मोक्षधाम घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान यह पता चलने के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. इस मामले में हॉस्पिटल प्रशासन (LatabMangeshkar Hospital) ने इसका सारा दोष मनपा के कर्मचारियों( Nmc Workers) पर डाल दिया. अब तक का यह इस तरह का चौथा मामला है.

मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले 62 वर्षीय पुरुष मरीज लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Hospital ) में कोविड (Covid-19) के इलाज के लिए भर्ती हुआ था. इलाज के दौरान रविवार को इस मरीज की मौत हो गई. हॉस्पिटल मैनेजमेंट (Hospital Management) ने इसकी जानकारी मनपा को दी और मनपा की टीम अपने वाहन से हॉस्पिटल पहुंची. इससे पहले परिजनों को शव की पहचान करवाई गई.

इस दौरान 61 वर्षीय महिला का शव लेकर जाने के लिए मनपा की ही एक दूसरी गाडी खड़ी थी. मनपा कर्मचारियों ने शव को गाडी में रखते हुए गलती की. मृतक पुरुष का अंतिम संस्कार मोक्षधाम घाट पर और महिला का अंतिम संस्कार हिंगना स्थित घाट पर होनेवाला था.

मोक्षदाम घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान शव महिला का है, यह बात परिजनों को ध्यान में आयी. उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी हॉस्पिटल को दी. उन्होंने तुरंत ही वाहन भेजकर शव को अपने कब्जे में लिया. हिंगना से शव को बुलाने के बाद परिजनों को शव सौपा गया. परिजनों ने बताया की कोविड के रोगियों पर उपचार में लापरवाही हो रही है, मरने के बाद भी लापरवाही नहीं थम रही है.

इस बारे में लता मंगेशकर की अधिष्ठाता डॉ. काजल मित्रा (Dr.Kajal Mitra) ने बताया की हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मृत होनेवाले मरीजों के शव की शिनाख्त के बाद ही उसको परिजनों को दिया जाता है.

शव को टैग भी लगाया जाता है. इस मामले में शव को रखते समय मनपा कर्मचारियों से गलती हुई है. इसमें हॉस्पिटल की कोई गलती नहीं है.