Nagpur: बाहरी क्षेत्रों से पढ़ाई के लिए आनेवाले विद्यार्थियों के लिए रहने की व्यवस्था बड़ी समस्या होती है। इसकी कमी भी है। सरकारी छात्रावासों में कई विद्यार्थियों को जगह नहीं मिल पाती। छात्र तो जैसे तैसे अपना इंतेजाम कर भी लेते हैं लोकिन असल समस्या लड़कियों को पेश आती है। इस समस्या को कुछ हद तक हल करने के इरादे से सरकार ने ओल्ड मॉरिस कॉलेज परिसर में २०० छात्राओं की क्षमता का गर्ल्स होस्टल स्व. वसंतराव नाइक जन्म शताब्दी योजना के तहत बनाने का तय किया। लेकिन तय समय के बाद भी यह होस्टल सवा साल बाद भी अब तक नहीं बन पाया है। केवल तय समय ही नहीं इमारत की दोष निवारण मियाद की सीमा भी पार होने के कगार पहुंच रही है फिर भी इसका सिमटता दिखाई नहीं देता।
पिछले दो शैक्षणिक सत्रों में भले ही छात्राओं को इस योजना का लाभ ना मिल पाया हो लेकिन अब उम्मीद लगाई जा रही है कि कम से कम नए शैक्षणिक सत्र में इसे उपयोग में लाया जा सकेगा। पीडब्ल्यूडी क्रमांक १ के अधिन आनेवाले इस काम को पूरा होने में अभी और समय लगने की गुंजाइश जताई जा रही है।
बता दें १२.२१ की कम दर पर इमारत का ठोका कम्पनी को ५.२८ करोड रुपए रुपए में दिया गया। लेकिन ५ सितंबर २०१४ को मिले कार्यादेश को १५ महीनों में पूरा किया जाना था। दोष निवारण अवधि काम पूरा होने के २४ महीने का समय दिया गया है। यह अवधि भी पार होने के हालात में पहुंच चुका है।