
जोशी ने यहां आरएसएस की महत्वपूर्ण अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘यह निश्चित है कि उस स्थान (अयोध्या) पर राममंदिर का निर्माण होगा और वहां कुछ और नहीं बन सकता, यह भी निश्चित है।’ मामले पर उच्चतम न्यायालय से एक अनुकूल फैसला आने को लेकर आश्वस्त जोशी ने कहा कि मंदिर का निर्माण अदालत के आदेश के बाद शुरू होगा और इसका निर्माण जमीन के स्वामित्व पर फैसले के आधार पर होगा।
मुद्दे पर विभिन्न पक्षों के बीच आमसहमति बनाने की दिशा में आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर के प्रयासों के बारे में पूछे गए सवाल पर जोशी ने कहा कि आमसहमति बनाना आसान नहीं है। जोशी ने कहा – हमने हमेशा ही कहा है कि मंदिर का निर्माण परस्पर सहमति से होना चाहिए लेकिन हमारा अनुभव कहता है कि इस मुद्दे पर एक आमसहमति बनाना आसान नहीं होगा।









