नागपुर: कांग्रेस दलितों पर होने वाले अत्याचार का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी सरकार को घेरने की तैयारी में है। इसके लिए बाकायदा एक वर्ष तक संविधान बचाओं अभियान चलाया जायेगा। अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी ने संविधान बचाओ अभियान की शुरुवात की है जिसका शुभारंभ आगामी 23 अप्रैल को देश की राजधानी दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष राहुल गाँधी करेंगे। हालही में पार्टी की एसटी एससी सेल की ज़िम्मेदारी संभालने वाले डॉ नितिन राऊत ने इस अभियान की रूप रेखा तैयार की है।
राऊत ने बताया की यह अभियान डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल से आगामी जयंती तक कुल एक वर्ष तक चलेगा। इस अभियान का प्रमुख मक़सद दलितों,आदिवासियों और ओबीसी समाज के लोगों को उनके अधिकारों के प्रति सचेत करने के साथ बीजेपी के षडयंत्रो की जानकारी देना है। इस अभियान के तहत पार्टी ब्लॉक और ग्रामीण स्तर पर जाकर काम करेगी। राऊत के मुताबिक डॉ आंबेडकर द्वारा संविधान में दलितों और आदिवासियों को दिए गए अधिकारों से वंचित रखने का प्रयास हो रहा है। समय-समय पर आरक्षण को ख़त्म करने के बयान सरकार में बैठी पार्टी के लोग दे रहे है। देश में दलितों पर अत्याचार के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है और एक तरह से सामाजिक भय का माहौल निर्माण हो रहा है। इस अभियान का मकसद दलितों को संगठित करना और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति सचेत करना है।
इस अभियान के तहत पार्टी ऐसे लोगो को अपने साथ लेगी जो वर्षो से दलितों के लिए काम कर रहे है। लेखक, चिंतक, स्वयंसेवी संस्थाए, सामाजिक कार्यकर्ताओं, विभिन्न यूनियनों के संगठनों को भी अभियान से जोड़ने की तैयारी पार्टी ने की है।