शहर समेत 14 तहसीलों में जनांदोलन
अमरावती। किसानों की हितैषी होने का दम भरने वाली बीजेपी ने प्रति हेक्टेयर मात्र 4 हजार रुपये मदद देकर किसान आत्महत्याओं को और बढ़ावा दिया है. उन्हें राहत देने की बजाय नामशेष कर अमीरों को और भी अमीर बनाने का षडयंत्र रचा जा रहा है. किसानों के लिए कर्जमाफी, खेती के लिए 24 घंटे बिजली आपूर्ति देने की मांग को लेकर बुधवार को कांग्रेस ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही बीजेपी के नेतृत्व वाली युति सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी कर जनता को अच्छे दिनों के जाल में फांसकर ठगे जाने का आरोप लगाया.
गलत नीति का शिकार बना किसान
आंदोलन के दौरान अब की बार पैसे वालों की सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष संजय अकर्ते के नेतृत्व में जिलाधिकारी किरण गित्ते को ज्ञापन सौंपा. सुबह 11 बजे से ही कांग्रेसी जिलाधिकारी कार्यालय पर जमा हुए. आंदोलनकर्ताओं ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार के गलत निति का शिकार किसानों को बनाया जा रहा है. खरीफ और रबी दोनों फसले किसानों के हाथों से निकल जाने के बावजूद बीजेपी सरकार हाथ पर हाथ धरें बैठी है. प्रति हेक्टेयर 25 हजार देने की बात तो दूर सरकार ने 10 हजार रुपये हेक्टेयर मदद देना भी उचित नहीं समझा. ऐसे में भूमि अधिग्रहण कानून लागू कर जनता के साथ खिलवाड किया जा रहा है. अल्पसंख्याक समाज को 5 प्रतिशत आरक्षण देने पर भी सरकार विचाराधिन नहीं है. औद्योगिक विकास व सुविधाओं को गतिमान करने के नाम पर किसानों की जमीन उद्योगपतियों को देने का षडयंत्र रचने का आरोप भी किया गया. इस समय गुटनेता बबलु शेखावत, आनंद भामोरे, राजेश चौहन, अहेमद खान, परवीन खान, आसीफ तवक्कल, कांचन ग्रेसपुंजे, वंदना कंगाले, विलास इंगोले, दिव्या सिसोदे समेत कांग्रेसी शामिल हुए.