Published On : Thu, Jun 29th, 2017

मनसर फर्जी टोल प्लाजा मामले से हाथ खिंचे कांग्रेसी नेताओं ने

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Toll Plaza

File Pic


नागपुर:
ओरिएंटल नागपुर बायपास कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मनसर टोल प्लाजा से सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हुए अवैध रूप से टोल वसूली कर रहे है, इसे अविलंब बंद कर टोल नाका को खवासा स्थित महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश सिमा पर स्थानांतरित किया जाये। उक्त मांग को लेकर स्थानीय कांग्रेसी सह समिति लगातार संघर्ष कर रही, वही दूसरी ओर जिले के कांग्रेसी व शिवसेना के तथाकथित दिग्गज नेताओं की चुप्पी से टोल प्लाजा के संचालक द्वारा इस मार्ग से आवाजाही करने वालों से पिछले ४ वर्षो से लूट जारी है.

फर्जी टोल प्लाजा के खिलाफ संघर्ष कर रही समिति के अनुसार रामटेक लोकसभा क्षेत्र के शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने का कहना है कि वाकई टोल प्लाजा अवैध है, इस अवैध कृत के लिए टोल प्लाजा के ठेकेदार को केंद्रीय मंत्री का आशीर्वाद प्राप्त है.क्योंकि यहाँ मामला जैसा उछलना चाहिए , वैसा नहीं उछलने से अवैध दोहन शुरू है.वहीं इस क्षेत्र के पूर्व व वर्त्तमान विधायक क्रमशः शिवसेना के आशीष जैस्वाल व भाजपा के मल्लिकार्जुन रेड्डी भी टोल प्लाजा के ठेकेदार के आका के खौफ से चुप्पी साधे हुए है.

समिति के मार्फ़त जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र मूलक से भी मिले, लेकिन बात नहीं बनी. समिति का शिष्टमंडल रामटेक लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद मुकुल वासनिक से भी मिला, उन्होंने सीधे राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष या केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से चर्चा कर फर्जी टोल प्लाजा को हटवाने की बजाय शिष्टमंडल को गुमराह कर दिया। वासनिक ने शिष्टमंडल से कहा कि वे राज्य के कांग्रेस सांसद अशोक चव्हाण व सांसद राजीव सातव से मिलकर उक्त मामलात की जानकारी दे और उनके साथ राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर निवेदन करें। जब इतना करने पर बात नहीं बनेंगी तो कांग्रेस के क़ानूनी सलाहकार के मदद से सुको का दर खटखटाएंगे।

समिति का कहना था कि मुकुल, तुमाने, मूलक, आशीष, रेड्डी सह अशोक चव्हाण सभी का रामटेक लोकसभा क्षेत्र से सीधा ताल्लुक है,उक्त सभी नेताओं का केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी ताल्लुक है. उक्त सभी तथाकथित जननेताओं ने गडकरी को पक्ष में लेकर टोल प्लाजा तय स्थान पर स्थानांतरित करवा सकते है. लेकिन कोई जनहितार्थ पहल करने की कोशिश इसलिए नहीं कर रहे है, क्योंकि अभी हल-फ़िलहाल में कोई चुनाव नहीं है. ऑक्टूबर या उसके बाद जिलापरिषद का चुनाव होना है.लोकसभा व विधानसभा चुनाव वर्ष २०१९ में है. तब तक टोल प्लाजा रहा तो आगामी चुनाव हेतु बड़ी सहयोग इन्हीं से वसूली जाएँगी।

विगत माह गडकरी के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर जिला कांग्रेस के महासचिव गज्जू यादव ने फर्जी टोल प्लाजा पर आंदोलन किया था. आंदोलन के बाद नागपुर टुडे को गज्जू यादव ने जानकारी दी कि सुको के आदेश अनुसार

A) Aa far as the maintenance stretch is concerned,i.e. from km.14.585 to km. 36.600 the existing toll plaza at km. 19.600 shall be shifted to,at or near about,km. 26.600 so that the local commuters are not required to pay any user free for using the four laned highway stretch on Nagpur side to go into the city.
B) Similar to above, the toll plaza at km. 703.700,on the highway going towards jabalpour,shall be sifted to the end of the newly developed four laned section i.e. at or near about km. 689.000.

देर-सबेर उक्त प्रकरण सुको के दर पहुंचा और परिणाम टोल प्लाजा व उसके हितैषी के खिलाफ निकला तो एक ओर जनता-जनार्दन के समक्ष उनकी किरकिरी तो होंगी ही साथ में टोल प्लाजा से होने वाले लाभ से भी हमेशा के लिए महरूम हो जायेंगे।फिर उक्त नेता-मंडली यही कहते फिरेंगे कि क्या देश का संचलन न्यायलय करेंगी ?

– राजीव रंजन कुशवाहा