नागपुर: मनपा चुनाव से पहले पहले काँग्रेस पार्टी की राजनीति कई रंग बदल रही है। विधानसभा चुनाव के बाद कई गुटों में बंटी काँग्रेस चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों का साक्षात्कार लेने फिर से इकट्ठी हो गयी है। देवड़िया काँग्रेस भवन में शुरू साक्षात्कार लेने के लिए पार्टी के सभी नेता साथ आ गए हैं। काँग्रेस पार्टी में नेताओं का मुनमुटाव किसी से छुपा नहीं है।
पूर्व सांसद विलास मुत्तेमवार, पूर्व मंत्री नितिन राऊत, सतीश चतुर्वेदी और अनीस अहमद लम्बे समय से अलग – अलग राह पर चल रहे थे। बीते दिनों आपसी मनमुटाव तो इतना बढ़ गया था कि बात काँग्रेस से अलग पार्टी बनाने तक पहुँच गयी थी। लेकिन अब वक्त मनपा चुनाव का है। हर नेता अपना प्रभाव अपने इलाके से खोना नहीं चाहता शायद इसीलिए मन का बैर भुला सब साथ आए हैं। मन ना भी मिला हो पर मज़बूरी की वजह से साथ आने के अलावा दूसरा कोई चारा पार्टी नेताओं के पास बचता दिखाई नहीं देता।
मनपा चुनाव में टिकिट मांगने वाले कार्यकर्ताओं का साक्षात्कार देवड़िया भवन में शुरू है। जिसमे विलास मुत्तेमवार, नितिन राऊत, सतीश चतुर्वेदी और अनीस अहमद सब साथ आये और उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया। पार्टी में मुत्तेमवार गुट के दखल से नाराज अन्य नेताओं की मज़बूरी है कि उन्हें न सिर्फ अपने इलाके में अपना दखल बनाये रखना है बल्कि साथ के कार्यकर्ताओं को न्याय भी दिलाना है।इसलिए जरुरी है कि वे अपने साथ जुड़े कार्यकर्ताओं को पार्टी दिलाने में कामयाब हों।
इसके अलावा पार्टी की ओर से भी एक संदेश डॉ नितिन राऊत और सतीश चतुर्वेदी को दिया गया है। हाल ही में जाफर नगर में हुयी पार्टी की सभा से ये दोनों नेता नदारद थे। जिस पर प्रभारी मोहन प्रकाश और प्रदेशध्यक्ष अशोक चव्हाण ने नाराजगी भी जताई थी। दोनों नेताओं ने बाद में एयरपोर्ट पर चव्हाण से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में अशोक चव्हाण ने चतुर्वेदी और राऊत को फटकार लगाते हुए भाजपा को चुनाव में हराने के लिए एकजुट हो जाने के आदेश दिए थे।