किसान कल्याण के लिए सिंचाई की कायम व्यवस्था जरूरी : प्रा. वसंत पुरके
अकोला। राज्य में अकाल सदृश्य स्थिति पैदा हुई है. इस स्थिती से किसानों को उबारने के लिए एवं किसान आत्महत्याओं का सिलसिला रोकनेके लिए किसान कल्याण हेतु दीर्घकालीन उपाय – योजनाएं संचालित करनी चाहिए. ऐसा मंतव्य कांग्रेस के विदर्भ विभाग अकाल निवारण समिती के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रा. वसंत पुरके ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में किया. आगे उन्होने बताया की किसान आत्महत्याओं की घटनाएं रोकने के लिए ऋणमाफी, पर्याप्त बिजली,पेंशन, फसल पर आधारित उहोग आरंभ करने की सूचनाएं समिती को प्राप्त हुर्इं है.
हर जिले की समस्या अलग अलग होने के कारण समिती हर जिले की समस्याओं का अध्ययन कर रही है. किसानों की आत्महत्याओं के संबंध में पुरके ने बताया कि विदर्भ, मराठवाडा एरां पश्चिम महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्र में हर एकदो साल में अकाल जैसी स्थिति पैदा होती है. लेकिन इस क्षेत्र के किसान कभी आत्महत्या नहीं करते. वे प्रतिकूâल स्थिति पर विजय हासिल कर अन्य किसानों के सामने आदर्श निर्माण कर रहे है. जिसका अनुकरण किसानों को करना चाहिए. विकलांग होने के बाद भी कुछ लोक समाज के सामने आदर्श निर्माण करते हैं, जिससे किसानों को सीख लेनी चाहिए, आत्महत्या करने से समस्या हल नहीं हो सकती. आत्महत्याओं की घटनाएं रोकने के लिए कांग्रेस दल जनजागृति करेगा, यह जानकारी पुरके ने दी. महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी की ओर से एक समिती गठित की गई है. जो संभाग के अकालग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लेकर निवारण के उपाय सुझाएगी .
इस समिती में पूर्व मंत्री प्रा. वसंत पुरके, पूर्व मंत्री सावरबांधे, पूर्व विधायक सुभाष धोटे, पूर्व विधायक नरेश ठाकरे, पूर्व विधायक संजय खोडके, बुलडाणा के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष श्याम उमालकर, अकोला जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हिदायत पटेल इन सात सदस्यो का समावेश है .किसान को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिंचाई का प्रबंध करना बेहद जरूरी है, साथ ही किसानों को दिन में 12 से 14 घंटे बिजली आपूर्ति करानी चाहिए. हमारे दौरे का ब्यौरा प्रदेश कांग्रेस समिती को दिया जाएगा, जो बाद में राज्य सरकार को पेश किया जाएगा, यह जानकारी भी उन्होंने दी. प्रेसवार्ता में समिती के सदस्य पूर्व मंत्री बंडूभाउ सावरबांधे, संजय खोडके, हिदायत पटेल, पूर्व मंत्री अजहर हुसैन, सुधाकर गणगणे, पूर्व विधायक लक्ष्मणराव तायडे, बबनराव चौधरी, शिवाजी देशमुख, उषा विरक, हेमंत देशमुख, डा. सुभाष कोरपे, बाबाराव विखे उपस्थित थे.
Representational Pic