अकोला जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक पर सहकार पैनल का वर्चस्व
अकोला। विगत 5 मई को हुए अकोला जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक संचालकों के चुनाव नतीजे आज घोषित किए गए. जिसमें डा. संतोष कोरपे के नेतृत्व वाले सहकार पैनल को बहुमत मिला है. इस सफलता पर डा. कोरपे ने स्पष्ट किया कि नया संचालक मंडल किसानों के हितों को लेकर कार्य करने के लिए दृढ संकल्प रहेगा. अकोला, वाशिम कार्यक्षेत्र वाली जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के 21 संचालक चुनने के लिए 5 मई को मतदान करवाया गया. दोनों जिलों के 13 मतदान केन्द्रों पर 95 प्रतिशत मतदान हुआ. 11 संचालक पहले ही निर्विरोध निर्वाचित किए जा चुके थे. बाकी बचे 10 सीटों के लिए 5 मई को मतदान हुआ.
आज आईएमए सभागृह में सुबह 8 बजे मतगणना आरंभ हुई. दो घंटे में पूरे नतीजे घोषित हो गए. चुनाव नतीजे चुनाव निर्वाचन अधिकारी गौतम वालदे ने घोषीत किए. नतीजों के बद विजयी संचालकों का जुलूस जिला मध्यवर्ती बैंक पहुंचा. जहां स्व. अण्णासाहब कोरपे की प्रतिमा को आदरांजलि अर्पित कर नए संचालकों ने किसानों के हितों को सर्वोपरि मानने का अभिवचन दिया. जो 11 संचालक निर्विरोध निर्वाचित हुए थे उनमें अकोला निर्वाचन क्षेत्र से डा. संतोष कोरपे बालापुर से राजेश किसनराव राऊत, पातूर से जगदीश अभिमन्यू पाचपोर, मूर्तिजापुर से एड. सुभाष तिडके, व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्र से वामनराव देशमुख, इन प्रत्याशियों के खिलाफ किसी ने भी पर्चा नहीं भरा. इसलिए वे पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हुए. जबकि अन्य पिछडावर्गीय निर्वाचन क्षेत्र से डा. सुभाष कोरपे, मंगरूलपीर से सुभाष ठाकरे, एससी निर्वाचन क्षेत्र से अंबादास तेलगोटे, वीजेएनटी निर्वाचन क्षेत्र से रामसिंग जाधव, जबकि कृषि उपज मंडी समिति से शिरीष धोत्रे का समावेश है. जबकि आज आए दस संचालकों के चुनाव नतीजों में बार्शिटाकली से मंदाताई चौधरी 975 वोटों के साथ जबकि भारती गजानन गावंडे 986 वोटों के साथ विजयी रही.
बार्शिटाकली से प्रकाश लहाने व दामोदर काकड के बीच कांटे की टक्कर में दामोदर काकड 49 मतों से विजय हुए. अकोट से रमेश हिंगणकर 45 मतों से विजय हुए. गजानन पुंडकर को 8 वोट मिले एवं देवीदास म्हैसने को 2 वोट मिले. तेल्हारा से सुरेश तऱ्हाडे एवं रूपाली खारोडे के बीच कांटे की टक्कर हुई.