नागपुर– मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बीजेपी पर राज्यसभा चुनावों (Rajya Sabha Elections) में समर्थन के एवज में विधायकों को करोड़ों रुपए का प्रलोभन देने का आरोप लगाया है. कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक के बाद देर रात मीडिया से बातचीत में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि खरीद फरोख्त के लिए जयपुर में करोड़ों-अरबों रुपए ट्रांसफर हो रहे हैं. ये पैसे कौन भेज रहा है. विधायकों को एडवांस देने की बातें हो रही हैं. इसीलिए महेश जोशी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है. ये लोग लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर राजनीति कर रहे हैं. गहलोत ने कहा कि इनका लोकतंत्र में यकीन नहीं है. ये फासिस्ट लोग हैं. पहले भी जनप्रतिनिधित्व कानून में संशोधन हुए हैं, लेकिन कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेते हैं.
सीएम गहलोत ने कहा, ‘कैश बड़े रूप में जयपुर में पहुंच चुका है. इस तरह की सूचना थी कि ये मध्य प्रदेश वाला खेल यहां खेलेंगे. एमपी में जो कांग्रेस विधायक बीजेपी में गए वे क्षेत्र में नहीं घुस पा रहे हैं. लोग कहते हैं तुम तो 25 करोड़ में बिके हुए लोग हो. किस मुंह से वापस आए हो. बीजेपी वाले अब उन्हें टिकट नहीं दे रहे, क्योंकि बीजेपी कैडर विरोध कर रहा है. वहां इसीलिए कैबिनेट नहीं बन पा रही है.’ उन्होंने कहा कि वही खेल यहां खेला जाने वाला था, लेकिन हमारे विधायक समझदार हैं. उन्हें खूब लालच लोभ देने की कोशिश की गई, लेकिन वे एकजुट हैं.
छह बसपा और निर्दलीय साथ आए
सीएम ने कहा कि मुझे गर्व इस बात का है कि छह बसपा विधायक साथ आए हैं. 13 निर्दलीय विधायक भी आए हैं. राजस्थान पहला राज्य है जहां एक रुपए का सौदा नहीं हुआ. कोई पद का लालच नहीं दिया गया. यह सब राजस्थान की धरती पर होता है. मुझे इस बात का गर्व है कि उस धरती का मुख्यमंत्री हूं जहां के लाल बिना सौदेबाजी के सरकार के स्थायीत्व के लिए साथ देते हैं. साथ ही गहलोत ने कहा कि दो माह पहले राज्यसभा चुनाव हो जाते, लेकिन गुजरात और राजस्थान मेंं खरीद फारोख्त पूरी नहीं हो पाई थी. इसलिए चुनाव आगे खिसकवाया. आपने लोकतंत्र की धज्जियां उड़वा दी. चुनाव आयोग पर दबाव बनाकर चुनाव स्थगित करवा दिए. आज आप देख लीजिए वही कोरोना चल रहा है. क्या तुक था उस समय चुनाव स्थगित करवाने का.
सब विधायक एकजुट होकर गए हैं
सीएम अशोक गहलोत ने कहा, सबकी इच्छा थी कि आपस में बैठा जाए. आज सब बैठे और अच्छी चर्चा हुई. सब एकजुट होकर गए हैं. हमने कहा है आप जाइए. गुरुवार को वापस बुलाया है, फिर बैठेंगे. केसी वेणुगोपाल और अविनाश पांडे भी आ रहे हैं. सीएम गहलोत ने कहा, इस बार किसी भी पार्टी का विधायक हो उसने जनता की सेवा में कसर नहीं रखी. किसी को भूखा नहीं सोने देना है कि मेरी भावना को आत्मसात किया. दो माह में इसीलिए सब ठीक रहा. अब गरीबों को गेहूं बांटने की कोशिश कर रहे हैं. हमारे सामने चैलेंज है. जीवन बचाने का चैलेंज है. आवागमन को आज हमने रेग्यूलेट किया है. एक तरफ जीवन बचाना है दूसरी तरफ आजीविका बचानी है. दोनों काम साथ साथ करने हैं
केंद्र सरकार विपक्ष के सुझावों को अन्यथा नहीं लें
सीएम ने कहा, केंद्र सरकार विपक्ष के सुझावों को अन्यथा नहीं लें. कमियां निकालने का हमारा फर्ज बनता है. हम आलोचना नहीं करते बल्कि सुझाव देते हैं. वे इसे आलोचना मानते हैं. जनता हमसे उम्मीद करती है कि हम विपक्ष की भूमिका निभाएं. सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाया

