महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के हाथ से सत्ता जाने के बाद एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री तो बन गए. लेकिन शिवसेना (उद्धव गुट) और सरकार में शामिल विधायकों के बीच रस्साकशी अब भी जारी है. आज महाराष्ट्र की विधानसभा में एक अजीब नजारा देखने को मिला.
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के हाथ से सत्ता जाने के बाद एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री तो बन गए. लेकिन शिवसेना (उद्धव गुट) और सरकार में शामिल विधायकों के बीच रस्साकशी अब भी जारी है. आज महाराष्ट्र की विधानसभा में एक अजीब नजारा देखने को मिला.
उसी समय विपक्ष भी सीढ़ियों पर आकर जमकर नारेबाजी करने लगा. विपक्ष के विधायक हाथ में गाजर लेकर सत्ताधारियों को चिढ़ाने लगे. पहली बार विधानभवन की सीढ़ियों पर सत्तापक्ष और विपक्ष एक दूसरे के आमने-सामने भिड़ गए. इसके बाद उद्धव गुट के विधायक विधानसभा प्रांगण में शिंदे गुट के खिलाफ ’50 खोके, एकदम ओके’ जैसी नारेबाजी करने लगे और दोनों गुट आपस में भिड़ गए.
बता दें कि इस नारेबाजी को लेकर दोनों गुट के विधायकों के बीच पहले भी गर्मा-गर्मा हालात बन चुके हैं. तब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष को सदन में मर्यादा ना लांघने की चेतावनी दी थी.
इसी के साथ ही आज बीजेपी विधायक नितेश राणे ने सदन में धर्मांतरण विरोधी कानून बनाने की मांग की है. उन्होंने सदन में अहमदनगर में धर्म परिवर्तन के नाम पर नाबालिग लड़की के ऊपर हुए अत्याचार का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं राज्य में बढ़ रही हैं.
राणे ने कहा कि हिन्दू लड़कियों को फंसाने के लिए लड़कों को बाकायदा रेट कार्ड दिया गया है, जिसके तहत इन लड़कों को पैसे मिलते हैं. राणे का कहना है कि हिन्दू लड़कियों को राज्य में टारगेट किया जा रहा है. इसीलिए अन्य राज्यों की तरह महाराष्ट्र में भी धर्मांतरण विरोधी कानून बनाया जाना चाहिए.