नागपुर. वर्ष 2020 के दौरान अपराधों पर नकेल कसने, बेहतरीन जांच के अलावा जनता के बीच एक सराहनीय छवि बनाने के लिए नागपुर शहर पुलिस को बेस्ट कमिश्नरेट अवार्ड दिया गया. महाराष्ट्र राज्य पुलिस के पुलिस महासंचालक रजनीश सेठ के हाथों शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने यह पुरस्कार ग्रहण किया. नागपुर पुलिस को वर्ष 2020 के लिए ‘बी’ श्रेणी के लिए यह पुरस्कार दिया गया है.
इस श्रेणी में वे पुलिस आयुक्तालय वाले शहर आते हैं जहां हर वर्ष अपराधों की संख्या 6,000 से अधिक होती है. जबकि ए श्रेणी में 6,000 से कम और सी श्रेणी में केवल मुंबई पुलिस को रखा गया है. ऐसे में ए श्रेणी में होने के बावजूद जघन्य अपराधों का खुलासा, गहन जांच, आरोपियों की दोषसिद्धि, प्रशासन, आस्थापना और जनसंपर्क आदि कार्य आते हैं. इन सभी कार्यों में वर्ष 2020 के तहत नागपुर पुलिस द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया.
डॉ. उपाध्याय ने संभाली थी कमान
उल्लेखनीय है कि नागपुर पुलिस को वर्ष 2020 के लिए यह पुरस्कार दिया गया है. इस वर्ष सितंबर 2020 तक करीब 9 महीने अतिरिक्त कार्यकाल के तौर पर तत्कालीन शहर पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय ने शहर पुलिस की कमान संभाली थी. उनका ट्रांसफर जनवरी 2020 में ही होना था लेकिन मार्च तक उन्हें एक्सटेंशन दिया गया. फिर मार्च 2020 में कोविड महामारी के चलते देशव्यापी लॉकडाउन लगा दिया गया.
इस कठिन दौर में डॉ. उपाध्याय ने अपनी छवि के अनुरूप ही 6 महीनों तक शहर पुलिस की कमान सफलतापूर्वक संभाली. लॉकडाउन के दौरान पुलिस बल फ्रंटलाइन योद्धा के रूप में तैनात था. नागपुर में डॉ. उपाध्याय के मार्गदर्शन में शहर पुलिस कोविड काल के पहले 6 महीनों में बेहतरीन कार्य करके कई लोगों को इस जानलेवा बीमारी से दूर रखने में सफल रही. इसके अलावा कई अतिगंभीर मामलों में भी उनकी टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर सजा दिलाई.