यवतमाल। घाटंजी के शिवनी अस्पताल में एक एएनएम (नर्स) द्वारा तीन इंजेक्शन देने से तीन माह के बच्चें की मौत हो गई. इस बच्चें का नाम बालू गणेश पवार बताया गया है. तो इंजेक्शन देनेवाली महिला नर्स का नाम घोंगडे है. इस बच्चें की तबियत बिगड़ जाने से शिवणी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उसे लाया गया था, जहां नर्स ने उसकी जांच करने के बाद एक के बाद एक ऐसे तीन इंजेक्शन दे दिए. जिसके चलते बच्चें की हालत और बिगड़ गई. उसे आननफानन में घाटंजी उपजिला अस्पताल ले जाया गया. जहां जांच करने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस बच्चें की तबियत क्यों बिगड़ी थी? इसका कोई कारण पता नहीं चल पाया है.
परिजनों ने नर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग, चिकत्सक नदारद वैसे हर समय टिका लगाते समय चिकित्सक उपस्थित होना अनिवार्य है, मगर इस अस्पताल में उपस्थित नहीं होने से इस नर्स को इंजेक्शन लगाना पड़ा. इंजेक्शन की रिआक्शन तथा अन्य किसी वजह से बच्चें की मौत हो गई. जिससे परिजनों ने संताप व्यक्त किया.
पोस्टमार्टंम के लिए बॉडी यवतमाल में- इस बच्चें के परिजनों ने बच्चें की मौत इंजेक्शन से हुई या अन्य किसी बात से इसकी तहकीकात के लिए बच्चें का पोस्टमार्टंम घाटंजी में न करवाते हुए यवतमाल मेडिकल कॉलेज के शवागार में करने की मांग की. इस मांग को मंजूर करते हुए बच्चें का पार्थिव यवतमाल मेडिकल कॉलेज लाया गया. जहां शाम होने के बाद भी उसका पोस्टमार्टंम चल रहा था. पोस्टमार्टंम रिपोर्ट पर से ही सच्चाई सामने आएगी. इस नर्स के खिलाफ गुनाह दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग मृतक के परिजनों ने की है.