Published On : Thu, Sep 27th, 2018

बच्चों पर कड़ी निगरानी रखे स्कूल, ऑनलाइन गेम्‍स को लेकर सीबीएसई ने जारी की अडवाइज़री

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CBSE 10th Result

नागपुर: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने ऑनलाइन गेम को लेकर स्‍कूलों के लिए अडवाइजरी जारी की है. इसमें स्‍कूल के प्रिंसिपल्‍स को कहा गया है कि वे अपने यहां ऑनलाइन गेम्‍स को लेकर बच्‍चों की हरकतों पर नजर रखें. इस नोटिस में यह भी कहा गया है कि बच्‍चों को ऑनलाइन गेम्‍स से दूर रखने के लिए स्‍कूल जरूरी कदम भी उठाएं. ब्लू व्हेल चैलेंज की तरह ही मोमो चैलेंज गेम खेलने वाले लोग अंत में आत्महत्या कर लेते हैं. ब्लू व्हेल चैलेंज ने देश में पिछले साल कई लोगों की जान ले ली थी. मोमो चैलेंज भी अर्जेंटीना में अपना शिकार बना चुका है. हालांकि भारत में मोमो चैलेंज से मौत का कोई मामला सामने नहीं आया है.

सीबीएसई ने अपने सर्कुलर में कहा है, इन ऑनलाइन गेम्‍स में मेंबर को अनजान लोगों से बात करने को कहा जाता है. फिर इस गेम में खुद को नुकसान पहुंचाने के टास्‍क दिए जाते हैं. फिर जैसे-जैसे यह गेम आगे बढ़ता है और अधिक जोखिम में डालने वाले टास्‍क दिए जाते हैं और अंतत: यह चैलेंज सूइसाइड के टास्‍क पर जाकर खत्‍म होता है. इन गेम्‍स में ऐसे चैलेंज दिए जाते हैं जो बच्‍चों और छात्रों में हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं.अत: स्‍कूलों की यह जिम्‍मेदारी है वो इस मामले में कड़ी निगरानी रखें कि बच्‍चे ऐसे गेम्‍स की लत न लग पाए.

सीबीएसई बोर्ड को यह अडवाइजरी इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से भेजी गई थी. अब बोर्ड ने इस स्‍कूलों के लिए आगे बढ़ा दिया है. इसमें स्‍कूलों के टीचर्स को अपनी क्‍लास में सब बच्‍चों पर नजर रखने को कहा गया है.

मोमो चैलेंज में यूजर को पहले एक किसी अनजान शख्‍स का नंबर दिया जाता है. उसके बाद उसे इस नंबर पर चैटिंग शुरू करनी होती है. उसके बाद यूजर को उस नंबर से डरावनी तस्‍वीरें और चैलेंज भेजना शुरू होता है. यूजर को ये चैलेंजेस पूरे करने होते हैं और न करने पर उसे तरह-तरह की धमकी दी जाती है. इस गेम में यूजर का ब्रेन इस कदर बॉश कर दिया जाता है कि वह अपने सोचने-समझने की क्षमता खो देता है.