शहर के चौराहों पर भीख मांगनेवाले बच्चे फिर सक्रिय
नागपुर: शहर में इन दिनों प्रत्येक चौराहों पर भीख मांगनेवाले छोटे बच्चों की टोलियां फिर से दिखाई देने लगी है. यह बच्चे सिग्नल पर रुके वाहनचालकों से उनके पैर पकड़कर, तो कभी उनकी गाड़िया साफ़ करके पैसे मांगते हैं. सिग्नल पर खड़े वाहनचालक कई बार परेशान होकर इन्हें पैसे दे देते हैं तो कईयों बार यह भी देखने में आया है कि इनसे बचने के लिए वाहनचालक सिग्नल भी तोड़ते हैं. जिससे दुर्घटना की आशंका भी बन रहती है. कुछ दिन पहले बाल विकास विभाग की ओर से इन बच्चों से भीख मंगवानेवाले इनके माता पिता पर पुलिस कार्रवाई की गई थी. शहर के विभिन्न चौराहों पर करीब ऐसे 14 बच्चों को रेस्क्यू किया गया था और इन्हें शेल्टर होम भेजा गया था तो वहीं इनके माता पिता पर एफआईआर की कार्रवाई की गई थी. करीब 7 लोगों पर बाल विकास विभाग द्वारा पुलिस की मदद से कार्रवाई की गई थी.
कार्रवाई होने के कुछ दिनों तक यह बच्चे और इन्हें भीक मांगने के लिए प्रेरित करनेवाले इनके माता पिता दिखाई नहीं दिए. लेकिन पिछले एक हफ़्ते से फिर से यह बच्चे शहर के सिग्नलों पर तैनात हो चुके हैं. बर्डी चौक, सीताबर्डी चौक, मॉरेस कॉलेज चौक, कॉटन मार्केट चौक समेत अन्य जगहों पर भी यह बच्चे भीख मांग रहे हैं. सिग्नल पर इन बच्चों के द्वारा पैर पकड़कर भीख मांगने की वजह से रोजाना वाहनचालकों को शर्मिंदा भी होना पड़ रहा है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि बाल विकास विभाग की ओर से जब इन बच्चों को रेस्क्यू किया जाता है तो इतने कम समय में यह बच्चे शेल्टर होम से वापस कैसे आ जाते हैं. इन बच्चों को रेस्क्यू कर इनके माता पिता पर फिर से कार्रवाई करने की मुहीम अब शहर भर के नागरिकों की ओर से की जा रही है.
इस बारे में बाल विकास अधिकारी मुश्ताक पठान ने बताया कि कुछ दिनों पहले मुहीम के अंतर्गत 14 बच्चों को रेस्क्यू कर होम शेलटर भेजा गया था और करीब 7 लोगों पर पुलिस एफआईआर दर्ज किया गया था. बावजूद इसके इस तरह से फिर से बच्चे भीख मांगने के लिए सक्रिय हुए हैं तो तुरंत इन्हें रेस्क्यू किया जाएगा और इनके माता पिता को गिरफ्तार कर फिर एफआईआर दर्ज की जाएगी. कुछ ही देर में टीम को भेजी जाएगी और कार्रवाई शुरू की जाएगी.
Pics by Vikrant Shimpi