Published On : Sat, Sep 12th, 2020

मालू पेपर मिल के केमिकल युक्त पानी से स्वास्थ्य खतरे में

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हेटी स्थित मालू पेपर मिल का मामला,फिल्टर न करते हुए नाले में छोड़ा जा रहा केमिकलयुक्त दूषित पानी

सावनेर/नागपुर : पांढुरना-सावनेर हाईवे से कुछ दूर गट ग्राम पंचायत सावंगी हेटी की सीमा में आने वाली मालू पेपर मिल का केमिकलयुक्त दूषित पानी फिल्टर न करते हुए मंगसा शिवार के नाले में छोडे जाने से नाले के किनारे बसे हुए गांव के नागरिकों का स्वास्थ खतरे में है। मिल को बंद करने के लिए हेटी व मंगसा वासियों ने ग्राम पंचायत सावंगी हेटी कार्यालय में कई शिकायतें की, इतना ही नहीं 6 माह पूर्व आमसभा में प्रस्ताव पारित कर शासन को भेजा। इसकी प्रति पेपर मिल प्रशासन को दी। बावजूद नाले में दूषित पानी छोड़ना बंद नहीं किया गया। प्रदूषण विभाग एवं शासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर अब मिल को बंद करने के लिए गांववालों ने तीव्र आंदोलन करने का फैसला किया है।

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मिल में फिल्टर प्लांट नहीं
हेटी-मंगसा मार्ग पर बारह साल से इस मिल में पेपर का उत्पादन किया जाता है। मिल अधिनियम के अनुसार मिल से निकलने वाला दूषित पानी मिल के बाहर न छोड़ते हुए मिल के भीतर ही फिल्टर कर उपयोग में लाना जरूरी है। बताया जा रहा है कि, इस मिल में पानी फ़िल्टर प्लांट नहीं है। मिलने से निकलने वाला केमिकलयुक्त पानी सीधे मिल के करीब नाले में छोड़ा जाता है। जिससे नाले किनारे के कुएं एवं बोरवेल में इस दूषित पानी का रिसाव होता है, जो लोगों के स्वास्थ के लिए गंभीर खतरा है। यह जानकारी किसानों खोजराज धुंदे सहित अन्य किसानों ने दी। उन्होंने बताया कि, मिल प्रशासन की शिकायत ग्राम पंचायत से करने के बाद भी ग्राम पंचायत जानबूझकर लापरवाही बरत रही है।

दूर तक फैलती है दुर्गंध
जानकारी के अनुसार मिल में कागज निर्माण के दौरान केमिकलयुक्त पानी का उपयोग करने से इसकी दुर्गध दूर तक फैलती है। आस-पास के देहाती क्षेत्र व पांढुरना, सावनेर मार्ग से गुजरने वाले लोगों को तीव्र दुर्गंध का सामाना करना पड़ता है। खेतों में काम करने वाले किसानों को मुंह पर कपड़ा बांधकर काम करना पड़ता है।

दूषित पानी छोड़ना बंद करें
केमिकलयुक्त दूषित पानी नाले में छोड़ने से खेतों में कुओं का पानी दूषित हो रहा है। वह पीने लायक नहीं है। यह बात बार-बार मालू कंपनी के प्रबंधन के ध्यान में लाई गई है, लेकिन वे कोई उपाययोजना नहीं कर रहे हैं। तुरंत रसायनयुक्त पानी छोड़ना बंद किया जाए। अन्यथा ग्राम पंचायत उचित कार्रवाई करेगी।

-मीनाताई राहाटे, सरपंच, ग्राम पंचायत मंगसा

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