बिजली आपूर्ति खंडित होने से पूरा कवरेज बंद
मोबाइल और इंटरनेट उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी
लापरवाह कर्मचारी गण
सवांददाता / अमृत दंडवते
सिंदेवाही (चंद्रपुर)। सिंदेवाही तहसील में भारत संचार निगम लिमिटेड की सेवा भंगार होने का चित्र सर्वत्र दिख रहा है. पिछले दो महीनों से बी.एस.एन.एल नेटवर्क के कम ज्यादा होने से सैकड़ों ग्राहकों को परेशानी उठानी पड़ रही है. इस वजह से से ग्राहक अपना नंबर दूसरी कंपनी में ट्रान्सफर कर रहे है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले दो महीनों से सिंदेवाही में बिजली आपूर्ति खंडित होने से बी.एस.एन.एल. कार्यालय बंद पड़ा है. जिससे ग्राहकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही सैकड़ों मोबाइल और लैंडलाइन फोन भी बंद है तथा ब्रॉडबैण्ड की सुविधा भी पूरी तरह से बंद है. जिससे पूरी इंटरनेट कार्यप्रणाली प्रभावित हुई है. जिन विद्यार्थियों के हाल ही में नतीजे आये है उन्हें इंटरनेट कैफे जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना पड़ता है, लेकिन ब्रॉडबैण्ड की बंद सुविधा के चलते विद्यार्थियों को उलटे पांव वापस जाना पड़ता है.
बी.एस.एन.एल कार्यालय की बिजली आपूर्ति खंडित होने से कोई और व्यवस्था करने की योजना होगी या नही? ऐसा प्रश्न उपस्थित हो रहा है. बिजली आपूर्ति खंडित होने पर बैटरी की सुविधा भी होती है. लेकिन बैटरी पूरी तरह ख़राब है ऐसा जवाब कार्यालय से ग्राहकों को दिया जाता है. सेवा बंद होने का कारण पूछने पर नागपुर, पुणे, नांदेड, मुंबई, दिल्ली के ब्रॉडबैण्ड बंद है ऐसा जवाब कार्यालय से ग्राहको को दिया जाता है.
बिजली आपूर्ति खंडित होने से नाम के लिए जनरेटर शुरू किया जाता है. लेकिन उसका भी कोई उपयोग नहीं होता. यहां का कर्मचारी गण भी बिजली आपूर्ति खंडित होते ही गायब हो जाता है. सिंदेवाही के बी.एस.एल. के कार्यालय में कोई कर्मचारी सोया रहता है तो कोई कार्यालय के कम्प्यूटर में पत्ते खेलता है. साथ ही मुख्य अधिकारी की कुर्सी भी खाली रहती है.
ग्राहकों की शिकायत है कि उच्च स्तर पर पूछे जाने से भी कोई लाभ नहीं होता. ग्राहकों का कहना है कि अच्छी सेवा देना बी.एस.एन.एल. का कर्तव्य है. भविष्य में अगर यही स्थिति बनी रही तो इस कंपनी का एक भी ग्राहक नहीं बचेेगा.
