व्यसनमुक्ती प्रचार, प्रसार के लिए 4 करोड़ की व्यवस्था
चंद्रपुर। चंद्रपुर जिला शराबबंदी समेत व्यसनमुक्त करने का संकल्प करे, ऐसा आवाहन अर्थ, वित्त व वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने किया. जिला परिषद की ओर से आयोजित व्यसनमुक्ती कार्यशाला में वे बोल रहे थे. इस अवसर पर जि.प. अध्यक्ष संध्या गुरुनुले, जि.प. मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशुतोष सलिल, उपाध्यक्षा कल्पना बोरकर, अॅड. पारोमिता गोस्वामी, सभापती ईश्वर मेश्रमा, देवराव भोंगले व सविता कुडे उपस्थित थे.
मुनगंटीवार ने आगे कहां कि, शराब बंदी के बाद होने वाली स्वास्थ समस्याओं का सामना करने के लिए आरोग्य विभाग तत्पर रहे. व्यसनमुक्ती के कायदे अमल में लाने चाहिए, ऐसा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने घटना लिखते समय उल्लेख किया था. ऐसा कहते हुए मुनगंटीवार ने कहां कि अब समय आ गया है जिले में व्यसनमुक्ती का प्रचार, प्रसार करने के लिए समाज कल्याण विभाग के लिए 4 करोड़ की व्यवस्था करने की बात बताई. चंद्रपुर जिला महाराष्ट्र की प्रेरणा होना चाहिए, ऐसी आशा व्यक्त कर शराबबंदी के बाद व्यसनमुक्ती के लिए स्वास्थ विभाग और सामाजिक संघटनाओं पर बड़ी ज़िम्मेदारी होगी. शराब बंदी के बाद स्वास्थ की समस्या निर्माण होगी. उसके लिए दवाईयां कम नहीं होने देंगे स्वास्थ पर होने वाले परिणाम व उसके लिए लगने वाली दवाईयां इस संबंध में स्वास्थ विभाग बैठक लेकर परीक्षण करें. ऐसी उन्होंने सूचना दी. शराब बंदी करना यह इस समाज के हित का निर्णय है. इसके लिए सभी जिलावासीयों के सहकार्य की जरुरत है. ऐसा मुनगंटीवार ने इस दौरान कहां.
इस दौरान डॉ. पालीवार ने व्यसनमुक्ती व स्वास्थ के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त किये. वही व्यसनमुक्त होते दौरान होनेवाली बीमारी के संदर्भ में विशेष ध्यान देने की चेतावनी दी. जिला परिषद अध्यक्षा संध्या गुरुनुले ने शराब से होनेवाले सामाजिक दुष्परिनामों के बारें में बताया. समाज कल्याण अधिकारी विजय वाकुलकर ने सामाजिक न्याय विभाग की व्यसनमुक्ती कार्यक्रम के संदर्भ में अपना मनोगत व्यक्त किया. वही अॅड. पारोमिता गोस्वामी ने अपने भाषण में शराब से जिंदगी बरबाद हुई महिलाओं का अनुभव व्यक्त किया. शराब बंदी के बाद होनेवाली बिमारियों पर हम विशेष ध्यान देंगे साथ ही व्यसनमुक्ती के लिए पूरा सहकार्य करेंगे, ऐसा भी अॅड. गोस्वामी ने बताया. इस दौरान व्यसनमुक्त हुए पांडे ने अपना अनुभव बताया.