मूल (चंद्रपुर)। व्यापक दृष्टिकोण से केवल समाज कार्य के लिए संस्कार को रोजगार का साथ देने वाली संस्था स्व.वि.तु. नागपुरे ने निर्माण की. इस संस्था में शिक्षा लेकर समाजसेवा करनेवाले विद्यार्थी यहां से तैयार हो रहे है. इस संस्था को आगे बढ़ाने का संकल्प अध्यक्ष डा. एड. बाबासाहेब वासाडे कर रहे है. ऐसे विचार गोंडवाना विद्यापीठ के कुलगुरु डा. मुरलीप्रसाद चांदेकर ने व्यक्त किए. वे स्व.वि.तु. नागपुरे सामाजिक कार्य और सेवा प्रतिष्ठान की ओर से आयोजित स्व.वि.तु. नागपुरे जयंती और कृषी पर्यावरण दिवस समारोह के उद्घाटक थे.
इस दौरान कार्यक्रम के अध्यक्ष सहकार तथा शिक्षण महर्षी संस्था अध्यक्ष डा. एड. बाबासाहेब वासाडे थे. प्रमुख अतिथि संस्था के कार्याध्यक्ष संजय वासाडे, उपाध्यक्ष डा. राममोहन बोकारे, प्रतिष्ठान के अध्यक्ष तथा संस्था सचिव एड. अनिल वैरागडे, सदस्य दि.म. एडलावार, प्राचार्य डा. बसवराज आदि थे.
स्व.वि.तु. नागपुरे ने शुरू की संस्था को 75 वर्ष पूर्ण हुए है. नागपुरे का स्मारक मूल मे निर्माण करने का संकल्प है. इस संस्था में पुणे-मुंबई को दिए जाने वाले नए पाठ्यक्रम की शिक्षा ग्रामीण विद्यार्थियों को दी जाएगी. ऐसा स्व.वि.तु. नागपुरे के कार्य संस्था के सचिव एड. अनिल वैरागडे ने बताया.
इस अवसर पर संस्था की ओर से संस्था अध्यक्ष डा. एड. बाबासाहेब वासाडे के हांथों कुलगुरु डा. मुरलीधरराव चांदेकर को शाल श्रीफल और स्मृतीचिन्ह देकर सम्मानित किया. कक्षा 10 वी. के मेधावी छात्रा विशाखा कोरडे, मयुरी कुमरे, राशी शेंडे, संजीवन पोरेड्डीवर, संघम वालके और 12 वी. की पायाल जंगीलवार, मिलन भेंडारे, निलेश भडके, धनराज मांडादे, चरणदास पाल, आकाश कावले, शुभम मुस्कावार का गौरवचिन्ह और प्रमाणपत्र देकर सन्मान किया गया.
आदर्श शिक्षक के लिए प्राचार्य गजाननराव नागपुरे, तहसील आदर्श किसान गुरुदेव भक्त शामरावजी मोहुर्ले, प्राथमिक शिक्षक संगीता बोबडे का भी सन्मान किया गया. सेवा निवृत्त शिक्षक वैशाली ऐडलावार, जयश्री वैरागडे, पी.एस. मेश्राम, रमेश एडनुतुलवार तथा 75 वर्ष पूर्ण करने पर संस्था के सदस्य दि.एम.ऐडलावार. प्रा. कापगते का सन्मान किया गया.
कार्यक्रम में प्रतिष्ठान के सचिव तथा मिमंत्रण प्राचार्य डा. अ.ह. वानखेड़े, प्राचार्य गजानन नागपुरे, प्राचार्य अविनाश गरपल्लीवर, अनंत बल्लेवार, अरुण खेडीवार, पी.के. नंदेश्वर, प्राचार्य चंपा सरकार समेत प्रतिष्ठान के सभी सदस्य, महाविद्यालय के सभी शिक्षक, कर्मचारीयो ने सहकार्य किया. कार्यक्रम का संचालन प्रा. डा. अनीता वालके, ने किया. आभार प्रा. दिनेश बनकर ने माना.
