Published On : Tue, Aug 29th, 2017

चंडीगढ़ छेड़छाड़ केसः विकास बराला को कोर्ट ने दिया झटका, अभी जेल में ही रहेगा

Advertisement


चंडीगढ़: हाई प्रोफाइल चंडीगढ़ छेड़छाड़ केस में आरोपी विकास बराला और उसके दोस्त आशीष कुमार को कोर्ट ने झटक दिया है, दोनों को अभी जेल में ही रहना होगा। मंगलवार को मामले में जिला अदालत में सुनवाई है। दोनों ने शुक्रवार को जमानत के लिए याचिका दायर की थी, जो खारिज कर दी गई है।

मामले में कोर्ट ने पुलिस से जवाब मांगा था, लेकिन पुलिस की ओर से सरकारी वकील ने पंचकूला हिंसा का हवाला देकर कुछ समय देने को कहा था। कोर्ट ने इस अपील को मंजूर करते हुए मंगलवार को जवाब दायर करने को कहा था। मंगलवार को सुनवाई हुई तो जवाब पेश किया गया।

कोर्ट ने दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद विकास बराला और आशीष की जमानत याचिका खारिज कर दी। मामले में एडीशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट बलजिंदर पाल सिंह की अदालत में मामले की सुनवाई चल रही है।

Gold Rate
Thursday 20 March 2025
Gold 24 KT 89,200 /-
Gold 22 KT 83,000 /-
Silver / Kg 100,700 /-
Platinum 44,000 /-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above


ये है पूरा मामला- आईएएस की बेटी का पीछा किया

4 अगस्त 2017 देर रात 12.15 बजे सीनियर आईएएस की बेटी वर्णिका कुंडू की कार का सेक्टर-7 पेट्रोल पंप से सफारी कार में विकास बराला और आशीष ने पीछा किया। इसी रात 12.40 बजे साहसी युवती की सूचना पाते ही पुलिस की पीसीआर ने मनीमाजरा हाउसिंग बोर्ड चौक से आरोपी युवकों को गिरफ्तार किया।

देर रात 1.20 बजे हरियाणा के आईएएस अधिकारी अपनी बेटी के साथ शिकायत करवाने के लिए सेक्टर-26 पुलिस थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने शनिवार सुबह 4 बजे आरोपियों के खिलाफ कमजोर धाराओं के खिलाफ मामला दर्ज किया।

शनिवार(5 अगस्त) सुबह 10 बजे हरियाणा के भाजपा अध्यक्ष के बेटे और उसके दोस्त के खिलाफ मामला दर्ज होने की खबर राजनीतिक गलियारों और मीडिया तक पहुंची। इसी दौरान साहसी युवती ने भी अपबिती घटना की जानकारी फेसबुक पर डाली।

तीन बजे पीड़ित लड़की के मजिस्ट्रेट के सामने 164 के बयान दर्ज करवाए गए। शनिवार दोपहर 4.20 बजे बजे पुलिस ने कमजोर धाराओं के साथ आरोपी युवकों ने पंचकूला निवासी एवं भाजपा ने कृष्ण ढुल्ल की गारंटी पर जमानत दे दी।


जमानत के बाद सोशल मीडिया पर किरकिरी होने लगी
रविवार (6 अगस्त) कमजोर धाराएं लगाने और थाने से आरोपियों को जमानत मिलने की खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई। लोगों ने भाजपा और आरोपी युवकों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। इसके बाद साहसी लड़की और उकने पिता भी खुलकर मीडिया के समक्ष आ गए और उन्होंने ने भी कमजोर धाराओं को लेकर सवाल उठाए।

पुलिस के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज गायब होने से पुलिस की किरकिरी बढ़ गई और हरियाणा के भाजपा अध्यक्ष पर विरोधी दलों ने इस्तीफे का दबाव बनाना शुरू कर दिया। चंडीगढ़ के साथ साथ हरियाणा में भी भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए।

सोमवार (7 अगस्त) को चंडीगढ़ भाजपा के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी द्वारा लड़कियों पर दिए गए बयान पर लोगों का रोष और बढ़ गया। इसी दिन हरियाणा के पार्टी प्रभारी अनिल जैन ने ट्विटर पर कहा कि सुभाष बराला पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी और बराला अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे लेकिन रोष बढ़ने के बाद जैन को ट्विटर से यह पोस्ट हटाना पड़ा।

जब पुलिस की किरकिरी चार तरफ से होने लगी और उनकी कारगुजारी पर सवाल उठने लगे तो आखिरकार पुलिस के एसएसपी डा. ईश सिंघल को बचाव के लिए प्रैसवार्ता बुलानी पड़ी लेकिन मीडिया के सवालों से एसएसपी प्रैस कांफ्रेस में बीच में छोड़कर भाग गए। जिसके बाद पुलिस के खिलाफ लोगों का रोष और बढ़ गया।

मामला बढ़ता देखकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
मंगलवार(8 अगस्त) को चंडीगढ़ प्रशासन ने पूरे मामले की गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी। पुलिस ने कुछ सीसीटीवी टफुटेज जारी की जिससे पता चला कि आरोपी युवकों ने साहनी युवकों का पीछा किया था। सोशल मीडिया पर लोगों का रोष और बढ़ गया।

पंचकूला, चंडीगढ़ के अलावा हरियाणा के कई जिलों में विरोधी दलों ने प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस डीजीपी की सलाहकार परिमल राय के साथ बैठक हुई। मंगलवार शाम को ही प्रशासन ने किरकिरी से बचने के लिए निर्णय लिया कि आरोपी युवकों को फिर से बुलाकर अपहरण के प्रयास के धाराएं जोड़ी जाएगी। ऐसे में आरोपी युवकों को नोटिस जारी करने का निर्णय लिया गया है और नोटिस तैयार किए गए। नोटिस भिजवाये गए, लेकिन लेने से इंकार हो गया।

बुधवार (9 अगस्त) सुबह आरोपी युवकों के घरों के बाहर नोटिस चिपका गए और उन्हें 11 बजे पुलिस थाने में पेश होने की हिदायत दी गई, पर वे दोपहर में पहुंचे। फिर दो घंटे की पूछताछ के बाद पुलिस ने मामले में गैर जमानती धाराएं जोड़ दीं और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तब से दोनों जेल में हैं और कोर्ट में मामला विचाराधीन है।

Advertisement
Advertisement